लखनऊ : उत्तर प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से लगातार कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंड से बचाव के उपायों को लेकर सरकार के रवैये पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस बीच उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा है कि वह कंबल वितरण एवं अलाव जलाने की पूरी व्यवस्था की निगरानी स्वयं करें, जिससे जमीनी हकीकत का पता चल सके। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बुधवार को यहां एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में अब तक अलाव एवं कंबल व्यवस्था के लिए दी गई धनराशि एवं की गई व्यवस्था के संबंध में उच्च स्तरीय समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए।
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मुख्यमंत्री ने कहा है कि शीतलहर से बचाव की व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही व भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिलों को अलाव की व्यवस्था करने, कंबल वितरित करने एवं रैन बसेरा के संचालन के लिए उनकी मांग को ध्यान में रखते हुए धनराशि उपलब्ध कराने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार तत्काल व्यवस्था कराई जाए।
बयान के अनुसार, अब तक अलाव एवं कंबल व्यवस्था के लिए जनपदों को कुल 28 करोड़ 51 लाख 70 हजार रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई है, जिसमें 43 जिलों द्वारा लगभग 9 करोड़ 27 लाख रुपये अतिरिक्त धनराशि की मांग भी शामिल है।
उन्होंने बताया कि अब तक समस्त जनपदों में 60 हजार से अधिक स्थानों पर अलाव जलवाने की व्यवस्था के साथ-साथ 998 रैन बसेरा संचालित किए गए हैं। इसके साथ ही, 5,41,645 कंबलों का वितरण भी किया गया है, जिनमें स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा वितरित किए गए 1,15,495 कंबल भी शामिल हैं।
प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि शीतलहर को देखते हुए उनके द्वारा 11 एवं 12 जनवरी को रैन बसेरा एवं अलाव की व्यवस्था के लिए अभियान चलाएं। साथ ही, इस दौरान आवश्यकतानुसार कंबलों का वितरण भी किया जाए।