Etah News: ऐसे कैसे फार्मर रजिस्ट्री कार्य का लक्ष्य हो सकेगा पूरा? खसरा खतौनी में नाम संशोधन के लिए भटक रहे हैं किसान
Etah News: उत्तर प्रदेश के एटा जनपद की तहसील जलेसर में इन दिनों फार्मरी रजिस्ट्री कार्य को शतप्रतिशत पूरा कराये जाने को लेकर शासन काफी सख्त लहजे में है।;
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Etah News: एटा उत्तर प्रदेश के एटा जनपद की तहसील जलेसर में इन दिनों फार्मरी रजिस्ट्री कार्य को शतप्रतिशत पूरा कराये जाने को लेकर शासन काफी सख्त लहजे में है। जिसके चलते प्रशासनिक एवं राजस्व अधिकारी इस चिलचिलाती धूप में भी गांव गांव जाकर फार्मर रजिस्ट्री कार्य को पूरा कराये जाने की बाबत किसानों से मनुहार कर रहे हैं। वही तहसील क्षेत्र के अभिलेखों में काफी किसानों के गलत नाम ही दर्ज हैं। परिणामस्वरूप किसान खतौनी रियल टाइम में अपने नामों को संशोधित कराने के लिए तहसील के चक्कर लगा रहे हैं। ऐसे में फार्मर रजिस्ट्री का लक्ष्य कैसे पूरा हो सकेगा ? यही सवाल राजस्व विभाग के अधिकारियों के लिए अनबूझ बना हुआ है।
फार्मर रजिस्ट्री कराने के लिए आधार कार्ड आदि अभिलेखों के अनुसार ही खसरा खतौनी आदि अभिलेखों में भी किसान का नाम होना आवश्यक है। मगर तहसील के राजस्व अभिलेखों में अधिकांशतः किसानों के नाम गलत दर्ज हैं। राजस्व अभिलेखों में अपने नामो को सही कराये जाने के लिए किसान कई महीनों से तहसील के चक्कर लगा रहे हैं मगर उनके नामों का संशोधन नही हो पा रहा है।
केस नम्बर-एक
तहसील क्षेत्र के कस्वा अवागढ़ के मोहल्ला कछपुरा से आयी महिला किसान बबली देवी पत्नी वीरेन्द्र गिरि ने बताया कि वह मौजा अवागढ़ के गाटा संख्या 547/010400 है0 के सम्पूर्ण भाग की मालकिन है। रियल टाइम खतौनी सहित सभी राजस्व अभिलेखों में उसका नाम बबली पत्नी वीरेन्द्र गिरि एवं बबली पत्नी वीरेन्द्र सिंह तथा खतौनी रियल टाइम खतौनी में दो स्थानों पर दर्ज है। जोकि अशुद्ध नाम है। जबकि आधार कार्ड एवं अन्य अभिलेखों के अनुसार उसका सही नाम बबली देवी पत्नी वीरेन्द्र गिरि है। राजस्व अभिलेखों में गलत नाम दर्ज होने के कारण उसकी फार्मर रजिस्ट्री नही हो पा रही है। वह तहसील कार्यालय के कई चक्कर लगा चुकी है।मगर अभी तक उसका नाम संशोधित होकर सही नही हो सका है।शनिवार को पुनः तहसीलदार जलेसर को एक प्रार्थना पत्रदिया गया है। जिसमे रियल टाइम खतौनी में नाम शुद्ध किये जाने की गुहार लगायी गयी है।
केस नम्बर-दो
नगर के बाई पास रोड निवासी एक अन्य महिला फरियादी सुधा देवी पत्नी अभय कुमार का कहना है कि राजस्व विभाग की खसरा,खतौनी में उनका नाम गलत कर दिया गया है। खतौनी में नाम सही कराये जाने की बाबत वह कई बार तहसील कार्यालय के चक्कर लगा चुकी हैं। मगर अभी तक राजस्व अभिलेखों में उनका नाम शुद्ध नही हुआ है। जिससे वह फार्मर रैजिस्ट्री नही करा पा रही हैं।
ऐसा नही है कि यह समस्या सिर्फ इन दो महिला किसानों के ही समक्ष हो तहसील क्षेत्र के सैंकड़ो किसानों को इस समस्या से परेशान देखा जा सकता है। वही एसडीएम भावना विमल ने बताया कि समस्या संज्ञान में है। सभी लेखपालों को गावो में शिविर लगा कर किसानों के नाम शुद्ध कराये जाने को कहा गया है। ताकि फार्मर रजिस्ट्री कराने में किसानों को कई दिक्कत नही आ सके।