Lal Tajmahal : ताज़ नगरी में है लाल ताज़, जिससे आप सब हैं बेखबर

Lal Tajmahal : लाल ताज़ जिसके बारे में आप में से काफी लोग पहली बार ही सुन रहे होंगे, जिस तरह से ताज़ महल प्यार की निशानी है, इसी तरह से लाल ताज़ भी प्यार की एक निशानी है।

Written By :  Ariba Naseem
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2021-10-19 22:16 IST

लाल ताज़ (फोटो- सोशल मीडिया)

Taj Mahal : उत्तर प्रदेश की आन, बान और शान तथा विश्व का सातवां अजूबा ताजमहल (Taj Mahal) उत्तर प्रदेश के आगरा ज़िले में स्तिथ है। आगरा को प्यार का शहर (Agra Pyaar Ka Sehar) भी कहा जाता है। मुग़ल बादशाह शाहजहां ने अपनी चहेती बेगम दिवंगत मुमताज महल की याद में यमुना नदी के किनारे सन 1632 में ताजमहल के रूप में मकबरे का निर्माण करवाया था।

ताजमहल(Taj Mahal) भारत में सबसे ज़्यादा देखे जानी वाली ऐतिहासिक इमारतों में से एक है। ताजमहल को दुनिया के सातवें अजूबे का भी ख़िताब प्राप्त है लेकिन अगर हम आपसे कहें कि आगरा में एक और ताजमहल मौजूद है यानी आगरा में एक नहीं दो ताजमहल हैं तो। जी हां आपने सही समझा आगरा में एक और लाल रंग का ताजमहल मौजूद है जिसे लाल ताज भी कहते हैं।

लाल ताज़
Lal Tajmahal 

लाल ताज़ जिसके बारे में आप में से काफी लोग पहली बार ही सुन रहे होंगे, जिस तरह से ताज़ महल प्यार की निशानी है, इसी तरह से लाल ताज़ भी प्यार की एक निशानी है।

ट्रेवल्लेर्स और टूरिस्टस का ध्यान ताज़ महल की तरफ तो आकर्षित होता है । लेकिन लाल ताज़ की तरफ किसी का ध्यान ही नहीं जाता है।

लाल ताजमहल का निर्माण 19 वीं शताब्दी की शुरुआत में हुआ था। यह ताजमहल की एक हूबहू आदर्श प्रतिकृति (perfect replica) है तथा इसे जॉन हैसिंग(John Hessing) के मकबरे के रूप में जाना जाता है। जॉन हेसिंग एक मराठा सेना अधिकारी थे जिसने हैदराबाद के निजामों के विरुद्ध जाते हुए मराठा शासकों के लिए काम किया था।

लाल ताज महल (फोटो- सोशल मीडिया)

1795 में लड़ी गई करडला की लड़ाई में मराठों द्वारा हैदराबाद के निजामों को मिली हार जॉन हेसिंग का सफल हाथ था। तदोपरान्त 1803 में जॉन हेसिंग की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी एन हेसिंग ने अपने पति जॉन हैसिंग की याद (John Hessing Ki Yaad Mein) में इस अद्भुत मकबरे का निर्माण किया, जो कि वास्तविक ताजमहल की हूबहू लाल रंग की प्रतिकृति थी। वर्तमान में यह लाल ताजमहल (Lal Taj)आगरा के एक कैथोलिक कब्रिस्तान में स्थित है। एक ऊंचे मंच पर लाल बलुआ पत्थर से निर्मित जॉन हेसिंग का यह मकबरा भारतीय इतिहास के कई अध्यायों को उजागर करता है।

जॉन हैसिंग कौन थे?
John Hessing Kon The?

जॉन हैसिंग डच ट्रावलर थे, जो बाद में एक आर्मी अफसर बैन गए और मराठा की सेवा करने लगे। उनकी वफ़ादारी और उनके काम से खुश होकर दौलत राव सिंधिया ने 1799 में उनको आगरा फ़ोर्ट का कमांडर बना दिया। लेकिन होनी को कौन टाल सकता है, 1803 में ब्रिटिश आर्मी ने आगरा फ़ोर्ट पर हमला कर दिया।

जिसमे युद्ध के दौरान जॉन हैसिंग अपने क़िले को बचाते हुए मारे गए। उनकी मृत्यु से उनकी बीवी अन्न हैसिंग को सदमा पहुँचा। वह पूरी तरह से टूट गयीं । फिर उन्होंने अपने पति की याद में लाल ताज महल का निर्माण करवाया। लाल ताज महल का गुम्बद लाल पत्थर से ताज़ महल जैसा बनवाया। यह काफी हद तक ताज़ महल से मिलता जुलता दिखता है यह लाल ताज़। 

लाल ताज़ का निर्माण
Lal Taj Mahal Ka Nirmadh

लाल ताज (Lal Taj) जैसे कि इस के नाम से पता चल रहा है कि यह ताजमहल जैसा ही दिखता है। इसको मुगल आर्किटेक्चर ने बनाया। यह एक वर्गाकार प्लेटफार्म पर बनाया गया है । साथ ही इसके आसपास गलियारे भी बनाए गए हैं।जबकि इसके ऊपर का हिस्सा बिल्कुल dome-shaped है| इसके सेंट्रल हॉल में जॉन हैसिंह की कब्र बनाई गई है। उनके कब्र पर कुछ अंग्रेजी के शिलालेख लिखे गए हैं

आज के समय में लाल ताज (Lal Taj) को सब भूल गए है। सबका ध्यान सिर्फ ताजमहल की तरफ आकर्षित होता है । लेकिन यह निश्चित रूप से एक ताकीद है । जिस तरीके से यूरोपियन या मिशनरीज़ भारत में आए। उन्होंने अपनी कोई न कोई निशानी छोड़ी ।

इसी तरीके से जॉन हैसिंग बहुत ही बहादुर योद्धा थे । जिनकी रैंक को भी बढ़ाया गया था । उनको कमांडर बनाया गया था । उनको उनकी बहादुरी के लिए हमेशा याद किया जाएगा। लाल ताज या हैसिंग का मकबरा आगरा में एक कैथोलिक सिमेट्री के अंदर बना है।

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