घूस न देने पर अस्पताल ने भगाया, रास्ते में जन्मे बच्चे की मौत

Update: 2016-05-21 13:40 GMT

शाहजहांपुर: सरकारी अस्पताल में डॉक्टर और नर्स की संवेदनहीनता ने एक नवजात की जान ले ली। आरोप है कि सीएचसी के डॉक्टर ड्यूटी से गायब थे, और नर्स ने पैसे की डिमांड पूरी न होने पर डिलीवरी कराने से मना कर दिया। इस बीच एंबुलेंस में जन्मे बच्चे ने कुछ देर बाद दम तोड़ दिया।

घूस की डिमांड

-कलान थाना क्षेत्र निवासी ऑटो चालक जसपाल पत्नी को लेकर सीएचसी पहुंचे थे।

-सीएचसी के डॉक्टर अरुण कुमार यादव नदारद थे।

-नर्स ने जसपाल से डिलीवरी के लिए 5000 रुपए की डिमांड की।

-जसपाल ने पैसे न होने की बात कही। लेकिन नर्स ने न तो डॉक्टर को बुलाया, न पीड़िता की राहत के लिए कुछ किया।

अस्पताल ने नहीं दी कोई सुविधा

एंबुलेंस में जन्म

-नर्स ने जसपाल से डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल जाने को कह दिया।

-हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो जसपाल ने एंबुलेंस का इंतजाम किया और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल रवाना हो गये।

-कलान से डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की दूरी करीब 70 किलोमीटर है।

-करीब 8 किलोमीटर बाद पीड़िता ने एम्बुलेंस में ही बच्चे को जन्म दे दिया।

नवजात की मौत

-एंबुलेंस में इलाज की सुविधा न होने से रास्ते में ही नवजात की मौत हो गई।

-जसपाल का कहना है कि बच्चे को समय पर अस्पताल में इलाज मिल जाता तो वह बच जाता।

-बच्चे की मौत के बाद महिला की हालत गंभीर बनी हुई है।

-पीङित ने अब डीएम और सीएमओ से डॉक्टर अरुण कुमार और नर्स शिखा के खिलाफ शिकायत की है।

-सीएमओ कमल कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जो दोषी होगा कार्रवाई की जाएगी।

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