Mayawati: मायावती का केंद्र पर निशाना, बोलीं- महिला आरक्षण को लेकर सरकार की नीयत साफ नहीं
Mayawati: मायावती ने कहा कि परिसीमन मे कई साल लग जायेंगे। मायावती ने मांग की है कि ओबीसी महिलाओं को अलग से आरक्षण मिलना चाहिये। बसपा चीफ ने कहा कि हमारी पार्टी इस बिल का समर्थन करती है।
Mayawati: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने महिला आरक्षण बिल को लेकर आज बुधवार (20 सितंबर) प्रेस कांफ्रेंस की। प्रेसवार्ता में मायावती ने महिला आरक्षण बिल यानी नारी शक्ति वंदन अधिनियम पर अपनी प्रतिक्रिया दी। मायावती ने कहा कि जनगणना कराने में समय लगेगा। उन्होंने दावा किया है कि बिल लागू होने में समय लगेगा। ऐसे में देश की भोली भाली महिलाओं को प्रलोभन दिया जा रहा है। मायावती ने कहा कि अभी महिला आरक्षण बिल लागू नहीं हो पाएगा। उन्होंने कहा कि इस बिल को तुरंत लागू करने का सरकार को रास्ता निकालना चाहिए।
मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार को ऐसे प्रावधान लाना चाहिये की जल्द आरक्षण लागू हो। उन्होंने कहा कि परिसीमन मे कई साल लग जाएंगें। मायावती ने मांग की है कि ओबीसी महिलाओं को अलग से आरक्षण मिलना चाहिये। बसपा चीफ ने कहा कि हमारी पार्टी इस बिल का समर्थन करती है। उन्होंने कहा बीजेपी और कांग्रेस आरक्षण नहीं देना चाहती है। उन्होने कहा कि महिला आरक्षण बिल को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की नीयत साफ नहीं है। मायावती ने कहा कि ये बिल आने वाले लोकसभा और अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव में देश की भोली भाली महिलाओं को प्रलोभन और उनकी आंखों में धूल झोंककर उनका वोट हासिल करने के लिए लाया गया है। इसके सिवाय ये कुछ भी नहीं है।
आरक्षण मिलने में लग जाएंगे 15-16 साल : मायावती
मायावती ने कहा है कि बिल के अनुसार, कई चुनावों तक महिलाओं को आरक्षण नहीं मिलेगा। लगभग 15-16 सालों तक ये आरक्षण प्राप्त नहीं होगा। ये बिल पास तो हो जाएगा, लेकिन लागू नहीं होगा। पहले जनगणना की जाएगी, फिर परिसीमन होगा। किसी से ये बात छिपी नहीं है कि देश में जनगणना कराने में सालों लग जाते हैं। चुनावी फायदे के लिए ये बिल लाया गया है। वोटों के लिए आंखों में धूल झोंकी जा रही है। 33 प्रतिशत आरक्षण के अंतर्गत जो आरक्षण दिया गया है, उससे हमारी पार्टी सहमत नहीं है. ये आरक्षण 33 फीसदी से अलग मिलना चाहिए।