ये है मायावती की पैसा वसूली का प्लान, सभासद प्रत्याशियों से भी मांगे 10 लाख

Update:2017-09-08 19:12 IST
BSP में मचे उथल-पुथल से घबराई मायावती, पदाधिकारियों को दे रहीं सफाई

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने चुनाव के बाद पूर्व प्रत्याशियों की बैठक बुलाई और कहा, कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने 50 करोड़ का गबन किया है। वह पांच हजार किताबें ले गए हैं। एक किताब का दाम एक लाख रुपए होता है। अब उन पैसों का हिसाब नहीं मिल रहा है। मायावती ने इसकी भरपाई के लिए सभी 403 प्रत्याशियों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र से 15-15 लाख वसूली का टारगेट दे दिया। इसके लिए कोआर्डिनेटर की तरफ से बाकायदा विधानसभावार रजिस्टर बांटे गए। बसपा से निष्कासित पूर्व प्रत्याशियों ने राजधानी स्थित एक होटल में प्रेस कांफ्रेंस कर मायावती पर यह आरोप लगाए हैं।

ये भी पढ़ें ...BSP: पूर्व प्रत्याशियों का खुलासा- माया ने नोटबंदी के बाद बदलवाए अरबों रुपए

लखनऊ उत्तर के पूर्व प्रत्याशी अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 'बसपा में टिकट आसानी से नहीं मिलता। हमलोगों ने जब कहा, कि पैसा नहीं दे पाएंगे तो हम पर को​आर्डिनेटर के माध्यम से पैसा देने का दबाव बनाया जाने लगा। नगर निगम के चुनावों में सभासद प्रत्याशियों से भी पांच से दस लाख रुपए वसूलने का दबाव बनाया जा रहा था। तब हमने तय किया कि अब हमलोग बसपा के लिए पैसा वसूली का काम नहीं करेंगे। चाहे हमें कितनी ही कुर्बानी क्यों ना देनी पड़े। मायावती हर प्रेस कांफ्रेंस में विपक्षी दलों को धन्ना सेठों की पार्टियां बताती हैं, वह बताएं कि उन्होंने कौन-कौन से उद्योग लगा रखे हैं।'

ये भी पढ़ें ...BSP की बड़ी कार्रवाई, पांच पूर्व प्रत्याशियों को दिखाया बाहर का रास्ता

तरह-तरह से पैसे वसूले जाते हैं

बीते विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए बसपा को कितने पैसे देने पड़े? इस सवाल पर अजय श्रीवास्तव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद साढे तीन साल तो वह क्षेत्र में बैनर, पोस्टर और होर्डिंग लगाकर काम करते रहे। जब चुनाव में उनकी सीट घोषित हो गई तो कभी बिहार और कभी मध्य प्रदेश के चुनाव में पैसों की कमी का हवाला देते हुए प्रत्याशियों से पैसे मांगे जाते थे।

आगे की स्लाइड में पढ़ें पूरी खबर ...

पूर्व प्रत्याशियों ने यह भी कहा:

-धन उगाही के अलावा बसपा में कोई काम नहीं।

-बसपा समाज के लिए कोढ़ है, सिर्फ करती है ढोंग।

-मायावती दलितों का सौदा अपने हित में कर रही हैं।

-बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से सदस्यता शुल्क लिया जाता है।

-प्रत्याशियों से भी जबरन पैसा वसूला जाता है।

-दयाशंकर सिंह प्रकरण में मायावती के कहने पर नसीमुद्दीन ने अभद्र नारे लगवाएं।

-पार्टी कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों को सिर्फ यही बताती है कि सारी मीडिया बिकी हुई है।

-जो भी बसपा छोड़ता है, धन उगाही का आरोप लगाकर पार्टी छोड़ता है।

ये भी पढ़ें ...BSP में मचे उथल-पुथल से घबराई मायावती, पदाधिकारियों को दे रहीं सफाई

यह हैं बसपा के पांच पूर्व प्रत्याशी:

नाम विस सीट

योगेश दीक्षित लखनऊ कैंट

राजीव श्रीवास्तव लखनऊ मध्य

सरोज शुक्ला लखनऊ पूर्वी

अजय श्रीवास्तव लखनऊ उत्तर

शिवशंकर सिंह सरोजनीनगर

 

Tags:    

Similar News