लखनऊ: बीजेपी नेता दयाशंकर के परिजनों की ओर से बसपा सुप्रीमो मायावती, नसीमुद्दीन सिद्दीकी सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के बाद अब बसपा ने भी अपने तेवर सख्त कर लिए हैं। इसी के तहत बसपा महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने चेतावनी देते हुए कहा, कि 36 घंटे के भीतर दयाशंकर सिंह को गिरफ्तार किया जाए नहीं तो बसपा कार्यकर्ता सडकों पर उतरेंगे।
क्या कहा नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने ?
-नसीमुद्दीन ने कहा कि दयाशंकर के परिवार की महिलाओं को कोई भी अपशब्द नहीं कहा गया।
-ये महज बीजेपी की साजिश है।
-उन्होंने कहा कि दयाशंकर की मां का आरोप निराधार है। उनकी मां से ये पूछा जाए कि जो दयाशंकर ने कहा है क्या वह सही है।
-बीजेपी ने शुक्रवार को जो कुछ भी किया वो राजनीतिक स्टंट था।
-इससे बीजेपी को कोई लाभ मिलने वाला नहीं है।
-एफआईआर षड्यंत्र के तहत की गई है।
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गलत मतलब निकाला
बसपा कार्यकर्ताओं की और से दयाशंकर की बेटी और पत्नी पर की गई टिप्पणी के सवाल पर उन्होंने बचाव करते हुए कहा कि इनको पेश करने का मतलब बेइज्जती करना नहीं था। इसका मतलब गलत लगाया जा रहा है। इस टिप्पणी का मतलब यह है कि जिस तरह दयाशंकर ने बहन मायावती को गाली दी है, उसी तरह दयाशंकर अपनी बेटी और पत्नी के बारे में कहें।
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17 मंडलों में होगा प्रदर्शन
सिद्दीकी ने कहा, मायावती हमारी देवी, मां, बहन हैं। उनका कोई अपमान करेगा तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 36 घंटे के अंदर दयाशंकर की गिरफ्तारी नहीं होती है तो 25 जुलाई को यूपी के लखनऊ मंडल को छोड़कर प्रदेश के सभी 17 मंडलों में प्रदर्शन किया जाएगा।