Budget 2024 : 'जब मंत्री ही नहीं बदले तो बजट कैसे बदलेगा', प्री-बजट पर बोले सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव

Budget 2024 : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्री-बजट को लेकर बीजेपी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि प्री-बजट को दिखावा और छलावा बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार के अधिकतर मंत्रालय 'मन-मंत्रालय' बन गए हैं।

Report :  Rajnish Verma
Update: 2024-07-12 05:10 GMT

Budget 2024 : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्री-बजट को लेकर बीजेपी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि प्री-बजट को दिखावा और छलावा बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार के अधिकतर मंत्रालय 'मन-मंत्रालय' बन गए हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि जहां मनमानी होती है, वहां सलाह-मशवरे का नाटक करना जनता को ठगना है। 

समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा, प्री-बजट का दिखावा भी एक छलावा है। जहां मनमानी होती है, वहां सलाह-मशवरे का नाटक करना जनता को ठगना है। उन्होंने कहा कि सरकार में अधिकतर मंत्रालय ‘मन-त्रालय’ बनकर रह गए हैं। जब मंत्री ही नहीं बदले हैं तो बजट में बदलाव कैसे आएगा। आर्थिक बदहाली का ये दौर यूं ही जनता को परेशानी और महंगाई के दलदल में धकेलता रहेगा।

बदइंतजामी के कारण बिगड़े आर्थिक हालात

उन्होंने आगे लिखा, भाजपा सरकार की नोटबंदी, जीएसटी, आम जनता पर ज़्यादा टैक्स और अमीर कंपनियों पर कम टैक्स की घातक आर्थिक नीतियों की वजह से देश में असंगठित-अनौपचारिक काम-धंधों की 63 लाख इकाइयां बंद हो गयी हैं। इससे बेरोज़गारी भी रिकार्ड स्तर पर पहुंच गयी है। ऐसे हालातों में जब 10 दिन बाद बजट पेश होना है, सरकार क्या तो किसी का सुझाव लेगी और क्या पहले से तैयार बजट में कोई बदलाव करेगी। कोविड जैसी त्रासदी के बाद जो आर्थिक हालात पैदा हुए हैं, उनमें भी सुधार न होना भाजपा सरकार की आर्थिक बदइंतज़ामी की ही नाकामी है।

उन्होंने लिखा, भाजपा सरकार का बजट सुझाव पर नहीं कुछ लोगों के निर्देश पर बनता है। आर्थिक नीतियों के मामले में भाजपा सरकार की भूमिका टाइपिस्ट से अधिक नहीं रही है। सरकार का बस स्टेनो बनकर रह जाना अच्छा नहीं। जनता को राहत देते हुए देश का विकास ही बजट का उद्देश्य होना चाहिए।

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