Bulandshahr News: इंसान का नहीं नगर का मनाया गया जन्मदिन, काटा गया "गुलावठी डे" पर केक
Bulandshahr News: जनपद बुलंदशहर के कस्बा गुलावठी में गुलावठी डे धूमधाम से मनाया गया। बाकायदा शहीदों की नगरी गुलावठी में 40 वा स्थापना दिवस गुलावठी डे के रूप में मनाया गया, वह भी शासन के आदेश पर।
Bulandshahr News: अभी तक आपने बच्चे का, इंसान का या अपने पैट का जन्मदिन मनाते हुए तो सभी को देखा और सुना होगा, लेकिन किसी शहर या कस्बे का जन्मदिन मनाया जाए ऐसा पहली बार हुआ है। जी हां जनपद बुलंदशहर के कस्बा गुलावठी में गुलावठी डे धूमधाम से मनाया गया। बाकायदा शहीदों की नगरी गुलावठी में 40 वा स्थापना दिवस गुलावठी डे के रूप में मनाया गया, वह भी शासन के आदेश पर। गुलावठी डे पर बाकायदा नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी निहारिका चौहान ने अब बच्ची के साथ पालिका सभागार में केक काटा , नगर के दर्जनों स्कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। छात्र छात्राओं ने स्लोगन भी लिखे, यही नहीं नगर पालिका द्वारा नगर फेरी निकाली गई, लोगों से नगर को स्वच्छ सुंदर बनाने की अपील भी की गई।
गुलावठी डे पर नगर को स्वच्छ - सुंदर बनाने का लिया संकल्प
गुलावठी का इतिहास और गुलावठी का जन्म भले ही कई शताब्दी पूर्व हुआ हो, लेकिन 1 फरवरी 2023 को गुलावठी का स्थापना दिवस मनाया गया। नगर पालिका परिषद द्वारा गुलावठी डे का आयोजन किया गया। गुलावठी नगर पालिका परिषद की अधिशासी अधिकारी निहारिका चौहान ने बताया कि उत्तर प्रदेश नगर विकास विभाग के आदेशों के अनुपालन में 1 फरवरी 2023 को गुलावठी डे का आयोजन किया गया । नगर के दर्जनों स्कूलों मे गुलावठी डे पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कहीं पर स्लोगन लिखे गए , कहीं छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रगान के साथ गुलावठी को सुंदर और स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया, तो समाजसेवी संगठनों ने भी गुलावठी डे पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया। बाकायदा नगर पालिका परिषद के सभागार में केक काटकर गुलावठी डे मनाया गया। गुलावठी डे पर लोगों ने नगर को स्वच्छ सुंदर और साफ सुथरा बनाए रखने के संकल्प के साथ लोगों से नगर को अपने घर की तरह स्वच्छ और सुंदर बनाने की अपील की। स्वच्छ और सुंदर बनाने में अहम भूमिका निर्वाह करने वाले सफाई कर्मचारियों सहित अनेक लोगों को गुलावठी डे पर सम्मानित भी किया गया। गुलावठी डे पर नगरपालिका की ब्रांड एंबेसडर दीक्षा चौहान, श्रद्धा संस्था की अध्यक्ष एकता गर्ग, भाजपा नेता अनिल सिंघल, पालिका कर्मी नरेश यादव, मदन गोपाल गुप्ता, सुभाष सैनी, निक्कू पंडित, केके सिंहल सहित अनेक लोगों ने सहयोग किया।
शहीद नगरी गुलावठी का शताब्दियों पुराना है इतिहास
दरअसल उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर के कस्बा गुलावठी का इतिहास कई शताब्दी पुराना है गुलावठी कोतवाली क्षेत्र के गांव भटोना और गुलावठी से महज 12 किलोमीटर दूर गांव सैदपुर शहीदों के गांव के नाम से जाने जाते हैं। यही नहीं 12 सितंबर सन 1930 को ब्रिटिश सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ हुए आजादी के आंदोलन में भी गुलावठी के वीरों ने अहम भूमिका निभाई थी और ब्रिटिश सरकार के दरोगा को लाठी पर हार कर मार गिराया था। जिसमें गुलावठी क्षेत्र के आठ देशभक्तों ने गुलावठी में अपनी शहादत दी थी। उन्हीं की शहादत को नमन करने के लिए गुलावठी में शहीद स्मारक की स्थापना नगर पालिका परिषद द्वारा कराई गई थी। देश भाई श्वेत क्रांति में भी गुलावठी ने अहम भूमिका निर्वाह की।