Bulandshahr News: गुलावठी को तहसील का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर तीसरे दिन भी अनिश्चितकालीन धरना जारी
Bulandshahr News: भारतीय किसान यूनियन सम्पूर्ण भारत के प्रदेश अध्यक्ष पवन तेवतिया ने बताया कि गुलावठी को तहसील का दर्जा दिलाए जाने की घोषणा होने तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर जनपद के गुलावठी को दशकों बाद एक बार फिर तहसील बनाने की मांग उठने लगी है। भारतीय किसान यूनियन संपूर्ण भारत ने गुलावठी को तहसील का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर शुक्रवार को शुरू किया धरना तीसरे दिन भी जारी है। रात को सर्द हवाओं और बारिश के बावजूद धरनारत लोग धरना स्थल पर डेट है।
जानिए गुलावठी को क्यों चाहिए तहसील?
दरअसल, मायावती शासन काल के समय से ही गुलावठी को तहसील का दर्जा दिलाए जाने की मांग चली आ रही है, लेकिन गुलावठी की जगह धौलाना में तहसील बन गई और गुलावठी के हाथ खाली रह गए। जनपद बुलंदशहर के कस्बा गुलावठी ब्लॉक क्षेत्र में लगभग 40 ग्राम पंचायतें और गुलावठी नगर पालिका क्षेत्र बुलंदशहर सदर तहसील क्षेत्र में आता है। गुलावठी नगर और देहात की आबादी लगभग 5 लाख से अधिक है। गुलावठी से सदर तहसील की दूरी लगभग 25 किलोमीटर है और तहसील संबंधी कार्य को करने के लिए ग्रामीणों व गुलावठीवासियों को 25 किमी का सफर तय कर सदर तहसील पहुंचना पड़ता है, जिससे यहां के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
गुलावठी में ही तहसील बनने से जहां गुलावठी का विकास होगा, वहीं स्थानीय लोगों को भी परेशानी से निजात मिलेगी। आरोपियों को जमानत के लिए भी तहसील में स्थित एसडीएम कोर्ट जाना पड़ता है। कई बार एक ही दिन में समस्या का समाधान न होने पर लोगो को 25 किमी दूर स्थित तहसील के चक्कर काटने को मजबूर रहना पड़ता है।
मांग पूरी होने तक धरना देने का दावा
भारतीय किसान यूनियन सम्पूर्ण भारत के प्रदेश अध्यक्ष पवन तेवतिया ने बताया कि गुलावठी को तहसील का दर्जा दिलाए जाने की घोषणा होने तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। शहीद स्मारक पर प्रदर्शनकारियों ने तंबू लगा दिया है और तंबू में धरना दूसरे दिन भी बारिश और सर्द हवाओ के बावजूद जारी रहा। रात को खाना भी प्रदर्शनकारियों ने धर्मानस्थल पर ही बनवाकर खाया। धरनास्थल पर इकरामुद्दीन झोझा, अर्चित गर्ग, आसिफ सैफी, जकी गौरी, पंकज चौधरी, अश्विनी यादव, अरबाज चौधरी, इकरार चौधरी, हैप्पी वर्मा, भारत वर्मा, तुषार गर्ग, रवि शर्मा, वसीम, मुशर्रफ, फहीमुद्दीन, गोलू, राकेश तेवतिया आदि उपस्थित रहे।
धरने को विपक्ष का समर्थन, सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ता कर रहे किनारा?
गुलावठी में तहसील का दर्जा दिलाए जाने की मांग को लेकर मायावती शासन काल में भाजपा के कार्यकर्ताओं और क्षेत्रीय विधायक ने भी मांग उठाई थी, मगर आज भाजपा सत्ता में है, इसीलिए धरना स्थल पर भाजपा कार्यकर्ता नहीं पहुंच रहे और न ही धरने को संबोधित कर रहे हैं। जबकि, धरने को विपक्षी दलों के कार्यकर्ता समर्थन दे रहे हैं और धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं। हालांकि पवन तेवतिया का कहना है की गुलावठी तहसील की मांग क्षेत्र के विकास के लिए है, इससे स्थानीय लोगों को लाभ होगा, तहसील की मांग के आंदोलन को पार्टी से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।