Bundelkhand Expressway: धर्मनगरी में पर्यटन विकास और रोजगार के अवसर खोलेगा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे

Bundelkhand Expressway News: 16 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) जालौन से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे लोकार्पण भी करने वाले है। जिसकी तैयारियां पिछले करीब एक पखवारे से चल रही है।

Update:2022-07-14 06:53 IST
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Bundelkhand Expressway News: भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट को सीधे राजधानी दिल्ली से जोड़ने वाले बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway Inauguration Date) का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। आगामी 16 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) जालौन से इसका लोकार्पण भी करने वाले है। जिसकी तैयारियां पिछले करीब एक पखवारे से चल रही है। यह एक्सप्रेसवे धर्मनगरी पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के साथ ही रोजगार के अवसर देने वाला भी साबित होगा।

29 फरवरी 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने भरतकूप के गोंडा में आकर रखी थी नींव

जिले के (गोंडा) भरतकूप से शुरू होने वाला यह एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड के जनपदों से होते हुए इटावा के पास आगरा एक्सप्रेसवे (Agra Expressway) में जुड़ेगा। 15 हजार करोड़ की लागत से बने इस एक्सप्रेसवे की नींव खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 29 फरवरी 2020 को भरतकूप के गोंडा में आकर रखी थी। प्रधानमंत्री ने नींव रखते हुए कहा था कि इसके निर्माण से बुंदेलखंड के विकास में एक्सप्रेसवे गति पकड़ेगी। रोजगार के हजारों अवसर भी खुलेंगे। बुंदेलखंड के लोगों को सीधे दिल्ली के लिए सफर करने का आसान मौका मिलेगा।


दो वर्ष के भीतर इसका निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य भी केन्द्र सरकार ने तय किया था। प्रधानमंत्री के नींव रखने के बाद निर्माण की गति ने भी तेजी पकड़ी। कार्यदाई एजेंसियों ने मशीनें उतारकर रात-दिन काम शुरू कराया। लेकिन कोरोना संक्रमण की पहली लहर में करीब दो माह तक लॉकडाउन की वजह से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) का निर्माण प्रभावित रहा। यही स्थितियां कोरोना की दूसरी लहर में भी देखने को मिली है। संक्रमण अधिक होने के कारण ज्यादातर मजदूर वापस लौट गए। जिससे करीब डेढ़ माह तक कार्य की गति मंद हो गई। फिर भी एक्सप्रेस वे का निर्माण करीब ढ़ाई वर्ष के भीतर पूरा हो गया।


धर्मनगरी से सात घंटे में पूरा होगा दिल्ली का सफर

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) के निर्माण को लेकर जिले के 1200 किसानों की जमीन अधिगृहीत की गई थी। जिसमें मुआवजे के तौर पर किसानों को करीब 65 करोड़ का भुगतान किया गया। यूपीडा से बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का निर्माण कराया गया है। खास बात यह है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) के निर्माण से धर्मनगरी चित्रकूट में विकास की रफ्तार निश्चित तौर पर तेजी पकड़ेगी। मौजूदा समय पर यहां के लोगों को दिल्ली आवागमन के लिए सिर्फ दो ही ट्रेनों का सहारा है। ट्रेन से सफर करने में करीब 14 घंटे का समय लग जाता है। जबकि एक्सप्रेस वे से महज सात घंटे में ही लोग सफर कर सकेंगे।


आगरा एक्सप्रेसवे में इटावा के पास जुडेगा

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) गोंडा भरतकूप से शुरू होकर ताखा इटावा में लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे (Lucknow-Agra Expressway) से मिल रहा। 296 किमी लंबा यह एक्सप्रेस वे बांदा, महोबा होते हुए जालौन में झांसी जिले के बार्डर से होकर औरैया होकर इटावा के ताखा में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे में जोडा गया है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की कुल लागत 14716.26 करोड रूपए है। इसमें सात जिलों की 17 तहसीलों के 182 गांव जुड़ेगे। सीएम के इस ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए 21095 किसानों से 3643.64 हेक्टेअर भूमि खरीदने का लक्ष्य रहा है।


इन जिलों से होकर गुजरेगा बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे

  • चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, उरई, आरैया और इटावा

इन नदियों से गुजरेगा

  • केन, बागै, चंदावल, बिरमा, यमुना, श्यामा, बेतवा और सेंगर

इनका भी होगा निर्माण

  • आरओबी -4
  • बड़े ब्रिज -14
  • टॉल प्लाजा -6
  • रैंप प्लाजा- 7
  • छोटे पुल -266
  • फ्लाईओवर -18
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