Hamirpur News: दम तोड़ती नदियां, खुलेआम पोकलैंड मशीनों से जारी है अवैध खनन
Hamirpur News: देश की सर्वोच्च अदालत से लेकर हाई कोर्ट और एनजीटी लगातार इस पर टिप्पणियां करते रहे, लेकिन सरकारें इस पर आंखें मूंदें रहीं।
Hamirpur News: प्राकृतिक संसाधनों की चादर ओढ़े बुंदेलखंड अवैध खनन (bundelkhand awaidh khanan) से बेजार है। जनपद की बेतवा नदियां (Betwa River) दम तोड़ रही हैं। बेतवा की नदियों में जगह-जगह पर कुएं की शक्ल में गड्ढे बन गए हैं। नदियों के दम तोड़ने से क्षेत्र का भूजल बेहद नीचे चला गया है (bhujal pahuncha niche) । तालाब-झीलें हर गर्मी में सूखने के कगार पर पहुंच जाती हैं। बुंदेलखंड 'प्यासा' हो जाता है।
देश की सर्वोच्च अदालत (supreme court) से लेकर हाई कोर्ट (High Court) और एनजीटी (NGT) लगातार इस पर टिप्पणियां करते रहे, लेकिन सरकारें इस पर आंखें मूंदें रहीं। खनिज माफिया (khanij mafia) नदियों को खोद और पहाड़ों को खोखला करके अपनी जेब भरते रहे। सरीला क्षेत्र में NGT के आदेशों की खनन माफिया धज्जियां उड़ा रहे हैं। खुलेआम भारी भरकम पोकलैंड मशीनों से खनन किया जा रहा है। दिन दहाड़े जलधारा को प्रभावित कर रहे हैं। शासन प्रशासन को खुलेआम ठेंगा दिखा रहे हैं। ओवरलोडिंग का खेल खुलेआम जारी है।
नदी में पोकलैंड जैसी मशीनों का खुलेआम प्रयोग
मामला सरीला क्षेत्र के ग्राम रिरुआ बसरिया से संचालित खंड संख्या 22/04 का है, जहां पर अवैध खनन किया जा रहा है। नदी में पोकलैंड जैसी मशीनों का खुलेआम प्रयोग किया जा रहा है। नदी की जलधारा के बीच से 50 फिट अंदर तक बालू की निकासी की जाती है। इससे पूरी नदी में जगह जगह सैकड़ों फुट गहरे गड्ढे हो जाते हैं (nadi me saikdo foot gaddhe) । जिसमें महकमे की मिलीभगत से बालू निकाली जा रही है। रात-दिन दर्जनों ट्रैक्टर बेधड़क बालू ढो रहे हैं। लेकिन जिम्मेदारों ने खामोशी साध रखी है। बारिश के समाप्त होते ही ट्रैक्टरों से अवैध रूप से नदियों की बालू का ढुलान चोरी से रात में शुरू हो गया है। ट्रैक्टरों के जरिए बालू निकालकर ट्रकों में लोड कराई जा रही है। इसके अलावा गांवों में ट्रैक्टरों के जरिए रात में बालू निकालकर तड़के निर्धारित स्थल पर भेज दी जाती है। जिला प्रशासन खनिज विभाग को कुछ दिखायी नहीं दे रहा है।
taja khabar aaj ki uttar pradesh 2021, ताजा खबर आज की उत्तर प्रदेश 2021