Jhansi News: पुष्पक और इंदौर-पटना एक्सप्रेस में हुई लूटपाट, रडार पर हार्डक्रिमिनल, सुराग में जुटी रेलवे पुलिस
Jhansi News: पुष्पक एक्सप्रेस और इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेनों में वारदात करने वाले गिरोह की धरपकड़ के लिए टीम बनाई गई है।
Jhansi News: पुष्पक एक्सप्रेस (Pushpak Express) और इंदौर-पटना एक्सप्रेस (Indore-Patna Express) में हुई लूटपाट की घटना को लेकर आरपीएफ (RPF) और जीआरपी (GRP) ने कार्ययोजना तैयार की है। इस योजना के तहत दोनों फोर्स की रडार पर हार्डक्रिमिनल है। इसके अलावा गांव के चौकीदार व रेलवे कर्मियों से भी पूछताछ की है। वहीं, जीआरपी और आरपीएफ ने सिविल पुलिस से मिलकर बदमाशों को पकड़ने के लिए अभियान तेज कर दिया है। साथ ही रेलवे ट्रैक पर आरपीएफ और जीआरपी संयुक्त रुप से पेट्रोलिंग कर रही है। यही नहीं, ट्रेनों से उतरने वाले रेलयात्रियों पर भी नजर रखी जा रही है।
पुष्पक एक्सप्रेस और इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेनों में वारदात करने वाले गिरोह की धरपकड़ के लिए टीम बनाई गई है। यह टीम वर्दी की बजाय सादी वर्दी में तैनात रहेगी, जिससे बदमाशों को रंगेहाथ पकड़ा जा सके। रेलवे पुलिस को इन दोनों ट्रेनों में हुई लूटपाट के मामले में अभी तक किसी गैंग का हाथ होने के सुराग नहीं मिले हैं।
महिला यात्रियों को आसानी से बनाते हैं शिकार
ट्रेनों में अपराध करने वाले शातिर बदमाशों की निगाहें यात्रियों के मोबाइल पर रही। इन वारदातों में यह बात सामने आई है कि चोरों की नजरें महिला यात्रियों पर लगी हुई होती हैं और वो महिला यात्रियों को आसानी से शिकार बना लेते हैं। महिला यात्रियों के पर्स में सोने-चांदी के जेवरात, नगदी और मोबाइल होने की संभावना को देखते हुए चोरी की वारदात करने वाले शातिर बदमाश महिलाओं को ही निशाना बनाते हैं।
ट्रेनों में पेट्रोलिंग कर सख्ती बरतेंगे
पुष्पक एक्सप्रेस और इंदौर-पटना एक्सप्रेस में हुई लूटपाट और अन्य ट्रेनों में चोरी की घटनाओं को देखते हुए प्लानिंग की गई है कि रात में पेट्रोलिंग को बढ़ाया जाए। इसके लिए आरपीएफ का भी सहयोग लिया जा रहा है। यात्रियों की सुरक्षा रेलवे फोर्स की प्राथमिकता है।
अपराधियों को पकड़ने के लिए लगी हैं कई टीमें: एसपी रेलवे
एसपी रेलवे मोहम्मद इमरान का कहना है कि चलती ट्रेन में चोरों के लिए महिला यात्री सॉफ्ट टारगेट साबित हुए हैं, लेडीज पर्स में रखे सोने-चांदी के जेवरातों के साथ मोबाइल को पार करने की कई वारदातें सामने आई हैं। ट्रेनों में होने वाले अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए जीआरपी और आरपीएफ ने ट्रेनों और प्लेटफॉर्म्स पर पेट्रोलिंग बढ़ाई है, जिसकी वजह से जहां एक ओर रेल अपराधों में कमी आई है, वहीं रेल अपराध करने वालों के गिरेबां तक जीआरपी के हाथ वारदात करते ही पहुंच गए और उन्हें जेल की हवा खानी पड़ी। इस दौरान जीआरपी की टीम ने पुराने आरोपियों को पकड़ने के लिए भी ब्लूप्रिंट बनाकर सतर्कता से काम करते हुए निगरानी बदमाशों को हवालात तक पहुंचाया है। पूर्व में पकड़े गए बदमाशों से भी पूछताछ की है। इसके अलावा अन्य राज्यों के पुलिस अफसरों से लगातार वार्तालाप की जा रही हैं। जल्द से जल्द खुलासा करने का पूरा प्रयास करेंगे।