Jhansi News Today: कांग्रेसियों ने स्टेशन का नाम बदलने का किया विरोध, वीरांगना लक्ष्मीबाई के आगे लिखा 'झांसी'

Jhansi News Today: झांसी रेलवे स्टेशन का अस्तित्व समाप्त करने के खिलाफ विरोध के स्वर बढ़ते जा रहे हैं। आज पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन 'आदित्य' के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने स्टेशन का नाम बदलने का विरोध दर्ज कराया।

Report :  B.K Kushwaha
Published By :  Chitra Singh
Update:2022-01-02 20:02 IST

स्टेशन का नाम बदलने का विरोध करते कांग्रेसी (फोटो- न्यूज ट्रैक) 

Jhansi News Today: पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन 'आदित्य' (Pradeep Jain Aditya) के नेतृत्व में आज कांग्रेसियों ने स्टेशन पर पहुंच कर 'अपनी झांसी नहीं देंगे' के नारे से स्टेशन का नाम बदलने का विरोध दर्ज कराया। इस दौरान प्रदीप जैन आदित्य ने शिलालेख पर अंकित नाम वीरांगना लक्ष्मी बाई के आगे "झांसी " भी लिखा।

पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि झांसी और रानी के नाम को अलग नहीं होने दिया जाएगा। वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई ने 'अपनी झांसी नहीं दूंगी' कहते हुए झांसी के लिए कुर्बानी दे दी। जो अंग्रेज नहीं कर पाए वह मोदी ने करके दिखा दिया। हम नाम बदलने की प्रक्रिया का कड़ा विरोध करते हैं और शिलालेख में झांसी जोड़ रहे हैं। यदि इसे मिटाया जाएगा तो हम जनमानस के साथ आकर बार-बार झांसी के नाम को वीरांगना लक्ष्मीबाई के नाम के साथ जोड़ेंगे। झांसी वासियों की वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के लिए यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी,यदि मोदी और योगी को महारानी लक्ष्मी बाई के सम्मान में कुछ करना चाहते हैं तो उनकी तलवार को झांसी संग्रहालय में लेकर आएं।

महानगर अध्यक्ष अरविंद वशिष्ठ ने कहा कि मौजूदा सरकार के पास नाम बदलने के अलावा कोई दूसरा कार्य नहीं बचा झाँसी का नाम (jhansi railway station new name) बदलकर उन्होंने जन भावना के साथ खिलवाड़ की है क्योंकि झांसी एक ऐसा नाम है जिसे हर व्यक्ति महारानी लक्ष्मी बाई के नाम से जोड़कर देखता है और झांसी नाम देखते ही उसके मन में महारानी लक्ष्मीबाई का उद्घोष याद आ जाता है "मैं अपनी झाँसी नहीं दूंगी"।

प्रदेश महासचिव राहुल रिछारिया ने कहा कि झांसी का नाम बदलकर सरकार ने अंग्रेजी सल्तनत की याद दिला दी लेकिन हम इस नाम को नहीं बदलने देंगे। इस अवसर पर राजेंद्र रेजा, गौरव जैन,मनीराम कुशवाहा, राम कुमार शुक्ला, इम्तियाज हुसैन अफजाल हुसैन, अनिल वर्मा आदि उपस्थित रहे।

वीरांगना लक्ष्मीबाई से झांसी जोड़ने पर ही रुकेगा हस्ताक्षर अभियान

झांसी रेलवे स्टेशन का अस्तित्व समाप्त करने के खिलाफ विरोध के स्वर बढ़ते जा रहे हैं। झांसी का नाम जोड़ने की मुहिम को लेकर झांसी व्यापार मंडल उत्तर प्रदेश के द्वारा झांसी के सम्मान में, जुड़िए हस्ताक्षर अभियान में का 1 दिन पूर्व इलाइट चौराहा पर कैंप लगाकर प्रारंभ किया गया था। इसी क्रम में आज चंद्र शेखर आजाद, मानिक चौक व्यापार मंडल ने शहर में कैंप लगाया। कैंप का शुभारंभ झांसी व्यापार मंडल उत्तर प्रदेश के प्रांतीय अध्यक्ष संतोष साहू ने महारानी लक्ष्मीबाई को श्रद्धा सुमन अर्पित कर किया।

झांसी व्यापार मंडल उत्तर प्रदेश के सदस्य (फोटो- न्यूज ट्रैक)

प्रांतीय प्रभारी राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि जब तक झांसी का नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई के साथ नहीं जोड़ा जाता तब तक यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। प्रांतीय कोषाध्यक्ष चौधरी फिरोज ने कहा कि जन मानस में इस समस्या को लेकर आक्रोश व्याप्त है जो हमें इस अभियान के दौरान देखने को मिल रहा है। जन भावना को हस्ताक्षर के रूप में एकत्रित किया जा रहा है। शहर के बाजारों में कैंप के साथ-साथ कई व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठानों पर स्वेच्छा से यह पत्रक रखें एवं आने वाले ग्राहकों व आम जनों से समर्थन के क्रम में हस्ताक्षर कराए। आज सैकड़ों लोगों विशेषकर महिला शक्ति ने अपने हस्ताक्षर कर इस मुहिम को तेज किया गया। कल 3 जनवरी को अभियान के तहत गुरु नानक देव जी चौक ( रस बहार चौराहा ) पर लगाया जाएगा।

कैंप में मुख्य रूप से सुजीत अग्रवाल, दीपक साहू, नीरज नाहर, जुगल अग्रवाल, आशुतोष साहनी, मोहन गुप्ता, विजय दशानी, विकास हयारण, राहुल कंचन, लखन सराफ, हेमंत अग्रवाल, अतिक खान ,बंटू सोनी, सुरेश अग्रवाल आदि उपस्थित रहे अंत में सभी का आभार कार्यक्रम संयोजक एवं चंद्रशेखर आजाद मानिक चौक व्यापार मंडल के अध्यक्ष संदीप साहनी ने व्यक्त किया।

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