Lalitpur News: खाद के लिए परेशान किसानों ने सड़क जामकर किया प्रर्दशन, खाद मिलने तक चलेगा धरना
ललितपुर के तालबेहट कस्बे में स्थित खाद की दुकान पर खाद खत्म होने पर लाइन में लगे किसानों ने जमकर हंगामा मचाते हुए सडक़ पर जाम लगा दिया।
Lalitpur News : उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के तालबेहट कस्बा में खाद के लिए मारामारी, रात-रात भर जगराता कर रहे किसान। खाद के लिए परेशान किसानों ने सड़क जाम कर की नारेबाज़ी, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुँचकर सँभाली स्थिति, किसानों की भीड़ को कोतवाल ने समझाया। दुकान में खाद खत्म होने पर किसानों ने काटा बवाल, सडक़ की जाम। महिलाएं बैठी सडक़ों पर, जन प्रतिनिधियों ने सम्भाला मोर्चा।
ललितपुर के तालबेहट कस्बे में स्थित खाद की दुकान पर खाद खत्म होने पर लाइन में लगे किसानों ने जमकर हंगामा मचाते हुए सडक़ पर जाम लगा दिया। इस घटना की सूचना मिलते ही कोतवाल पुलिस बल के साथ तुरंत घटनास्थल पर पहुँचे और किसानों को समझाने का प्रयास किया।
परंतु किसानों का कहना था कि खाद का अभी प्रबंध किया जाए। किसानों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए ग्राम प्रधान और जनाधिकार पार्टी के स्थानीय पदाधिकारी भी मौके पर पहुँच गये। काफी देर तक गहमा-गहमी का माहौल रहा।
किसानों को खाद मिलने के बाद दुकान में खाद खत्म
प्राप्त विवरण के अनुसार तालबेहट कस्बे में स्टेट बैंक के समीप स्थित खाद की दुकान के समक्ष सुबह पाँच-छह बजे से ही खाद लेने के लिए किसानों की लम्बी लाइन लगी हुयी थी। कुछ किसानों को खाद मिलने के बाद दुकान में खाद खत्म हो गयी। यह देख अल सुबह से लाइन में लगे किसान गुस्से में आ गये और जमकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान कुछ किसानों ने नगर की मुख्य सडक़ जाम कर दी जिससे नगर का आवागमन ठप हो गया।
इस घटना की सूचना मिलते ही कोतवाल संजय कुमार गुप्ता, कस्बा इंचार्ज वीरेंद्र सिंह, उप निरीक्षक सुरेश चंद्र चतुर्वेदी पुलिस बल के साथ खाद की दुकान पर पहुँचे और किसानों की भीड़ से संयम बरतने की अपील की। वहीं खाद की दुकान के संचालक ने बताया कि खाद खत्म हो गयी है। आज रात तक खाद आ जाएगी जिससे कल रविवार को सुबह से खाद का वितरण किया जाएगा।
लेकिन किसानों का कहना था कि खाद अभी मंगवाकर वितरण किया जाए। हंगामा शांत न होता देख भारतीय किसान यूनियन के तहसील अध्यक्ष रामकिशन यादव व जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता वहाँ पहुँच गये और उन्होंने किसानों को समझाने का प्रयास किया। इस पर किसानों ने जाम तो खोल दिया परंतु दुकान के सामने धरना देकर बैठ गये। किसानों का कहना है कि जब तक उन्हें खाद नहीं मिलेगी तब तक वह वहाँ से नहीं जाएंगे।