Lok Sabha Election 2024: ललितपुर के तीन गांवों के लोगों ने पेश की पूरे देश के सामने नजीर,शत-प्रतिशत मतदान का रचा इतिहास

Lok Sabha Election 2024: कम मतदान की इन खबरों के बीच ललितपुर के तीन गांवों के लोगों ने शत-प्रतिशत मतदान करके पूरे देश के सामने बड़ी नजीर पेश की है।

Report :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-05-21 04:59 GMT

Lok Sabha Election 2024

Lok Sabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव के पांच चरण पूरे हो चुके हैं और अब सिर्फ दो चरणों का मतदान बाकी रह गया है। चुनाव आयोग, राजनीतिक दलों और विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से तमाम कोशिशों के बावजूद पिछले पांच चरणों के दौरान अपेक्षा के अनुरूप मतदान नहीं हो सका है।कई चुनाव क्षेत्रों में तो 2014 और 2019 से भी कम मतदान होने की खबर है जबकि उस समय भी भीषण गर्मी में ही मतदान हुआ था।कम मतदान की इन खबरों के बीच ललितपुर के तीन गांवों के लोगों ने शत-प्रतिशत मतदान करके पूरे देश के सामने बड़ी नजीर पेश की है। इनमें एक आदिवासी बहुल गांव भी है। तीनों गांवों के लोगों की ओर से लोकतंत्र के महापर्व में की गई इस सक्रिय भागीदारी की जमकर सराहना की जा रही है।

बेंगलुरु से मतदान करने पहुंचा युवा मतदाता

सबसे पहले बात ललितपुर में महरौनी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सौलदा गांव की। आदिवासी बहुल इस गांव के मतदाताओं ने दोपहर एक बजे तक ही शत-प्रतिशत मतदान कर दिया था। इसमें भी उल्लेखनीय बात यह है कि गांव का एक युवा मतदाता बेंगलुरु से फ्लाइट के जरिए मतदान करने के लिए ललितपुर के इस गांव में पहुंचा।सौलदा गांव के लोगों ने पहले ही के तय कर रखा था कि लोकतंत्र के इस महापर्व में गांव में शत-प्रतिशत मतदान किया जाएगा। गांव के सभी लोगों को सबसे ज्यादा चिंता बेंगलुरु में रहने वाले इस युवा मतदाता को लेकर ही थी।गांव के लोग किसी भी सूरत में इस युवा मतदाता का भी वोट डलवाना चाहते थे। फिर क्या था। गांव में चंदा इकट्ठा किया गया और इस युवा मतदाता को हवाई जहाज का टिकट भेज कर वोटिंग के लिए बुलवाया गया।


दोपहर एक बजे ही हो गया शत-प्रतिशत मतदान

ललितपुर के सौलदा गांव के प्राथमिक विद्यालय के बूथ संख्या 277 पर कुल 375 मतदाताओं का नाम दर्ज था। इनमें 198 पुरुष और 177 महिला वोटर शामिल थे। सुबह मतदान शुरू होने के साथ ही बुंदेली परिधानों में मतदाता नाचते-गाते बूथ पर पहुंचने लगे थे। दोपहर 12 बजे तक 374 मतदाताओं ने वोट डाल दिए थे और सिर्फ बेंगलुरु का यह युवा मतदाता ही बच गया था।दोपहर करीब एक बजे शेर सिंह यादव नामक यह युवा मतदाता भी वोट डालने के लिए पहुंचा और इसी के साथ ही गांव में शत-प्रतिशत मतदान का लक्ष्य पूरा हो गया।


मतदान के बाद शेर सिंह यादव ने बताया कि प्रशासन और ग्राम प्रधान की ओर से उनसे बार-बार मतदान की अपील की गई थी।शेर सिंह यादव पहले बेंगलुरु से फ्लाइट के जरिए भोपाल पहुंचे और फिर वहां से कार के जरिए ललितपुर के अपने गांव में पहुंचे और मतदान के दायित्व को पूरा किया। शेर सिंह के अलावा गांव के 26 अन्य लोग भी विभिन्न जनपदों से वोट डालने के लिए अपने गांव में पहुंचे।डीएम अक्षय त्रिपाठी ने कहा कि ग्राम प्रधान और प्रशासन की ओर से की गई पहल का बड़ा असर दिखा है और इस गांव के लोगों ने सबके सामने एक बड़ी मिसाल पेश की है।


काफी कोशिश से मिली छुट्टी और फिर किया मतदान

इसी तरह ललितपुर के दो और गांवों के लोगों ने भी शत-प्रतिशत मतदान के जरिए देश के सामने एक बड़ी नजीर पेश की है। ललितपुर के बमौरी नागल के मतदाताओं ने भी शत-प्रतिशत मतदान करके एक बड़ा अच्छा उदाहरण पेश किया है। इस गांव के एक मतदाता दिल्ली में गृह मंत्रालय में कार्यरत हैं। चुनाव में ड्यूटी लग जाने के कारण वे मतदान के लिए नहीं आ पा रहे थे।जिला निर्वाचन अधिकारी ने उनके अफसरों से बात की और फिर उन्हें मतदान के लिए मुक्त कर दिया गया। वे दिल्ली से मतदान करने के लिए अपने गांव बमौरी नांगल पहुंचे जिससे शत-प्रतिशत मतदान का लक्ष्य हासिल हो गया। यहां शाम चार बजे तक 443 मतदाताओं ने अपने वोट डाले।


बुदनी के मतदाताओं ने भी रचा इतिहास

इसी तरह ललितपुर के गांव बुदनी के मतदाताओं ने भी शत-प्रतिशत मतदान का इतिहास रचा है। इस गांव में बने बूथ संख्या 195 पर कुल 216 मतदाताओं का नाम दर्ज था और इन सभी मतदाताओं ने वोट डालकर मतदान के प्रति अपने दायित्व को पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा किया। ललितपुर के इन तीन गांवों के लोगों की इस पहल का की खूब सराहना की जा रही है।

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