Kanpur Dehat: पुलिस कस्‍टडी में व्‍यापारी की मौत से उबाल, एसपी मैडम जवाब दो..दादागिरी नहीं चलेगी के लगे नारे, DM-SP का घेराव

Kanpur Dehat News: व्यापारी की पुलिस हिरासत में मौत से गुस्साए लोगों ने कानपुर देहात के सरैंया लालपुर गांव में एसपी को घेर लिया। बीजेपी सांसद ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए।

Written By :  aman
Report :  Manoj Singh
Update: 2022-12-14 09:07 GMT

कानपुर देहात में पुलिस का घेराव करते ग्रामीण (Social Media) 

Kanpur Dehat News: यूपी की औद्योगिक नगरी कानपुर में एक बार फिर खाकी पर सवाल उठने लगे हैं। दरअसल, कानपुर देहात में शिवली कोतवाली क्षेत्र के लालपुर सरैया गांव के रहने वाले व्यापारी बलवंत सिंह की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। व्यापारी की मौत की खबर जंगल में आग की तरह फ़ैल गई। परिजनों का गुस्सा भी फूट पड़ा है। परिजनों की मांग के सामने पुलिस बेबस नजर आ रही है। मृतक के परिजनों का कहना है कि, शव का अंतिम संस्कार तभी किया जाएगा जब आरोपी पुलिसवालों की गिरफ्तारी होगी। लेकिन, बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भोले के समझाने के बाद परिवार वाले शव के अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए।

वहीं, जिले की एसपी को भी गांव वालों के गुस्से का सामना करना पड़ा। लोगों ने एसपी को घेर लिया और '..एसपी मैडम जवाब दो के नारे लगाए।' साथ ही भीड़ ने 'पुलिस तुम्हारी दादागिरी नहीं चलेगी-नहीं चलेगी' के नारे भी लगाए। नारेबाजी में लोगों का आक्रोश साफ जाहिर हो रहा था। स्थानीय लोगों ने एसपी का घेराव भी किया। 

घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश

कानपुर देहात में घटित इस मामले में बवाल बढ़ने के बाद अब मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। घटना की जांच के लिए जिला मजिस्ट्रेट (District Magistrate) द्वारा महेन्द्र कुमार उप जिला मजिस्ट्रेट, मैथा, कानपुर देहात को नामित किया गया है। उन्हें निर्देशित किया गया है कि उपरोक्त घटना की जांच कर अपनी रिपोर्ट जल्द उपलब्ध कराएं। 

सांसद परिजनों से मिले, DM-SP का किया घेराव

इस पूरे बवाल के बीच अकबरपुर से सांसद देवेंद्र सिंह भोले (Akbarpur MP Devendra Singh Bhole) मृतक व्यापारी के गांव पहुंचे। सांसद ने गांव वालों और परिजनों को समझाने की बहुत कोशिश की। कानपुर देहात जिला अधिकारी नेहा जैन (Kanpur Dehat DM Neha Jain) और जिले की एसपी सुनीति ( Kanpur Dehat SP Suniti) भी मृतक व्यापारी के गांव पहुंची। पुलिस विभाग के दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने परिजनों से बातचीत की। ये बातचीत और समझाने की कोशिशें अभी चल ही रही थी कि गुस्साए गांव वालों ने डीएम और एसपी का घेराव किया। आक्रोशित लोगों की मांग रही कि जिला प्रशासन सबके सामने बात करे। बंद कमरे में कोई बात नहीं होगी। साथ ही, आरोपी पुलिस वालों की गिरफ्तारी की भी मांग की। 


दोषियों पर होगी कड़ी से कड़ी कार्रवाई

मृतक बलवंत के परिवार वाले पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन से बात करने तक को तैयार नहीं थे। मौके पर मौजूद अधिकारियों के बीच ही उनके खिलाफ ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान मृतक के गांव पहुंचे बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने पीड़ित परिजनों की पूरी बात सुनी और अधिकारियों की बात से पीड़ित परिजनों को अवगत कराया। उन्होंने परिवार को भरोसा दिलाया कि उनकी सारी मांगों को सरकार को अवगत करा कर जल्द से जल्द पूरा कराया जाएगा। इस घटनाक्रम में जितने लोग भी दोषी हैं। उनके ऊपर कड़ी कार्यवाही होगी। सांसद के आश्वासन के बाद परिवार अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुई। इस दौरान डीएम नेहा जैन ने 4 लाख रुपए का चेक परिवार को सौंपा। साथ ही, सरकारी योजनाओं का लाभ भी जल्द से जल्द परिवार को दिलाने का भरोसा दिया।


कड़ी सुरक्षा के बीच ले जाया गया शव

सांसद देवेंद्र सिंह भोले के समझाने-बुझाने के बाद परिजन शव को घर ले जाने के लिए तैयार हुए। इस दौरान शव को ले जाने के लिए पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मृतक बलवंत के शव को घर ले जाया गया। बलवंत की अंतिम यात्रा में सांसद देवेंद्र सिंह भोले के साथ-साथ जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी भी शामिल हुए। 

बीजेपी सांसद का पुलिस पर गंभीर आरोप

धीरे-धीरे भीड़ बढ़ने लगी। पुलिस को सुरक्षा का भय सताने लगा। स्थानीय पुलिस ने एहतियातन डीएम और एसपी को भीड़ से बाहर निकाला। वहीं, सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने स्वयं सामने आकर गुस्साए लोगों को रोका। उन्होंने लोगों से बातचीत कर हल निकालने की बात कही। बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह ने कहा, कि 'कोई आरोपी छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, मैंने खुद देखा है कि मृतक के पीठ पर कई निशान थे।' इस दौरान बीजेपी सांसद ने कानपुर देहात पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए। 

कड़ी सुरक्षा के बीच ले जाया गया शव

सांसद देवेंद्र सिंह भोले के समझाने-बुझाने के बाद परिजन शव को घर ले जाने के लिए तैयार हुए। इस दौरान शव को ले जाने के लिए पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मृतक बलवंत के शव को घर ले जाया गया। बलवंत की अंतिम यात्रा में सांसद देवेंद्र सिंह भोले के साथ-साथ जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी भी शामिल हुए। 

क्या रखी थी मांगें?

- पुलिस बर्बरता का शिकार हुए मृतक बलवंत की पत्नी शालिनी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित पत्र जिला प्रशासन को देते हुए प्रशासन के सामने 5 मांगें रखी थी। 

- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के आगमन के बगैर अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

- मृतक की पत्नी शालिनी सिंह को सरकारी नौकरी दी जाए। जिससे उसका व उसके परिवार का भरण-पोषण हो सके।

- वृद्ध माता-पिता के भरण-पोषण व बच्चों की शिक्षा हेतु एक करोड़ रुपए की सहायता राशि दी जाए।

- एफआईआर में नामजद सभी अभियुक्तों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार किया जाए।

- यह हत्या सुनियोजित है। इसकी जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी (रिटायर्ड जज) की देखरेख में गठन की घोषणा की जाए।

DM ने उठाए तत्काल कदम

- DM ने तत्काल मृतक की पत्नी को 4 लाख का चेक सौंपा।

-जिला प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार को वृद्धा पेंशन

- विधवा पेंशन, आवास, जमीन का पट्टा देने का आश्वासन दिया।

- मृतक के बच्चों की पढ़ाई कराने का भी आश्वासन दिया। डीएम

- मृतक की पत्नी को गांव में सरकारी नौकरी देने का आश्वासन

- दोषी पुलिस कर्मियों के मामले की SIT का गठन किया गया

क्या था मामला?

कानपुर देहात के थाना शिवली के अंतर्गत 6 दिसंबर को व्यापारी चंद्रभान के साथ हुई लूट की घटना के खुलासे में जुटी पुलिस टीम व एसओजी टीम ने संदेह के आधार पर 5 लोगों को हिरासत में लिया था। जिसमें लूट का शिकार हुए चंद्रभान का भतीजा बलवंत भी मौजूद था। वहीं, पूछताछ के दौरान बलवंत पुलिस की बर्बरता का शिकार हो गया और उसकी मौत हो गई। जिसके बाद आनन-फानन में पुलिस अधीक्षक सुनीति के निर्देश पर 9 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए और वही पुलिस अधीक्षक ने जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी इसी के साथ देर रात पांच पुलिसकर्मी सहित सात लोगों के ऊपर हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया गया है।

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