लखनऊ: विभूतिखंड के शहीद पथ पर सरेराह वकील की गोली मारकर हत्या के मामले में वकील का एक साथी सौरभ शर्मा पुलिस हिरासत में है। सौरभ ने बताया है कि संजय ने उसे मिलने के लिए शहीद पथ पर बुलाया था। लेकिन जब वह वहां पहुंचा तो उसने देखा संजय ड्राइविंग सीट पर लहूलुहान हालत में पड़ा हुआ था। इसके बाद वह संजय को लेकर तुरंत हॉस्पिटल गया। पुलिस अभी सौरभ से पूछताछ कर रही है।
प्रॉपर्टी का काम करते थे संजय
-संजय शर्मा वकालत के साथ ही प्रॉपर्टी डीलिंग का काम भी करते थे।
-उनके दो मकान निशातगंज में हैं, जिनको उन्होंने किराए पर दे रखा था।
-किरायेदारों से भी संजय का विवाद चल रहा था।
-हालांकि दोनों मकानों का विवाद न्यायलय में विचाराधीन था और जल्द ही नतीजा आना था।
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-इसके अलावा भी प्रॉपर्टी डीलिंग के कारण संजय के कई दुश्मन हो गए थे।
-पुलिस अभी सारे बिंदुओं पर जांच कर रही है।
-साथ ही सूत्रों के अनुसार संजय की गोसाईगंज के अहिमामउ में भी कोई साइट चल रही है।
-वहां से फ़ोन आने के बाद वह साइट पर ही गया था।
सीसीटीवी फुटेज और सीडीआर भी खंगाली जा रही
-सूत्रों के अनुसार संजय जब गोसाईगंज की साइट पर गया था तो वहां किसी अंजान का उसके पास फोन आया था।
-जिसके बाद वह अचानक ही शहीद पथ के पास स्थित कमता चौराहे के पास उससे मिलने के लिए निकल गया था।
-विभूतिखण्ड पुलिस संजय की सीडीआर और शहीद पथ की सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी है।
-पुलिस को उम्मीद है की उसको कोई ठोस सुराग जरूर मिल जायेगा।
भाई को बताया चोट लग गई है
-संजय के दो भाई हैं। वकील अजय और प्रतापढ़ एलआईसी में डीओ के पद पर कार्यरत राजीव।
-सौरभ ने अजय को फोन कर यह बताया कि "संजय के नाक से खून बह रहा है।
-हम लोग उसे सुषमा हॉस्पिटल ले जा रहे है। वहीँ आ जाओ। "
-जानकारी मिलते ही जब अजय सुषमा हॉस्पिटल पहुंचा तो वह लोग संजय को लेकर ट्रामा सेंटर जाने लगे।
-वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अजय को वहां पर जानकारी हुई की संजय के दो गोलियां मारी गई है।
पहले भी हुई है वकीलों की हत्या
इससे पहले भी 21 जनवरी 2०15 को पीजीआई थाना क्षेत्र में बाइक सवार तीन बदमाशों ने देर शाम कोर्ट से लौट रहे वकील निखिलेंद्र कुमार पर बम से हमला किया था। जिसमें उसकी मौत हो -गई थी। इसके अलावा 10 फरवरी 2०16 को नाका थानाक्षेत्र के गणेशगंज में राधा कृष्ण मंदिर में मूलरूप से त्रिवेदीगंज हैदरगढ़ बाराबंकी के रहने वाले 36 वर्षीय श्रवण कुमार का शव मंदिर के पास खून से लथपथ पड़ा मिला था। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया था। फरवरी 2016 में पार्क में टहलने निकले अधिवक्ता अनुज पांडेय को उसी के साथियों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था।
जल्द खुलासा न होने पर हो सकता है बवाल
-वकील की निर्मम हत्या के मामले में अगर राजधानी पुलिस जल्द खुलासा नहीं करती है तो गुरुवार को बवाल होने की भी आशंका है।
-वहीँ गुरुवार को उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का भी लखनऊ आगमन है।
-इसके अलावा गोमतीनगर में कल अम्बेडकर जयंती के उपलक्ष पर विशाल रैली का भी आयोजन है।
-वकीलों का बवाल, वीवीआईपी मूवमेंट और विशाल रैली के बीच लॉ एंड आर्डर दुरुस्त रखना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती साबित होगी।