Chandauli News:पर्यटन की दृष्टि से विकसित हो रहा औरवाटाड़ वाटर फाल, DM ने लिया जायजा, बोले- लुफ्त ले सकेंगे पर्यटक

Chandauli News: जिलाधिकारी ने कहा कि वन सभी को अपनी सभ्यता की याद दिलाते हैं। हमारे सभ्यता की जड़ जल और वन से ही जुड़ी हुई है। इसलिए जितना हो सके आम लोगों को वन से जोड़ना चाहिए।

Update:2023-09-13 23:26 IST

जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे ने औरवाटाड़ वाटर फाल का लिया जायजा: Photo-Newstrack

Chandauli News: जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे बुधवार को चंदौली जिले के नौगढ़ तहसील क्षेत्र में नौगढ़ बांध (औरवाटाड़) के समीप वन विभाग और पर्यटन विभाग द्वारा ईको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जा रहा औरवाटाड़ वाटर फाल (बड़ी दरी) का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि अभी कार्य जल्दी ही शुरू हुआ है। प्रगति अच्छी है और उम्मीद है कि आने वाले समय में काम जल्दी ही पूरा हो जाएगा तब इस ईको टूरिज्म से जिले के साथ-साथ बाहर से आने वाले पर्यटक भी लुफ्त ले सकेंगे।

उन्होंने कहा कि यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इसके साथ ही जिले के ऐसे स्थल जहां पर पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं उन्हें भी विकसित करने के लिए कारवाई अमल में लाई जा रही है ताकि जनपद में पर्यटन की दृष्टिकोण से विकास की गति और आगे बढ़ सके।

हमारे सभ्यता की जड़ जल और वन से ही जुड़ी हुई है

जिलाधिकारी ने कहा कि वन सभी को अपनी सभ्यता की याद दिलाते हैं। हमारे सभ्यता की जड़ जल और वन से ही जुड़ी हुई है। इसलिए जितना हो सके आम लोगों को वन से जोड़ना चाहिए। (बड़ी दरी) वाटर फाल के विकसित होने से लोगों को लाभ मिलेगा। इसका व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग यहां आएं। साथ ही यहां आने वाले लोगों को वन के बारे में भी जानकारी दिया जाए ताकि आम नागरिक भी वन की महत्ता को समझें और प्रेरित होकर पौधा रोपण करें।

ईको टूरिज्म

वन विभाग और पर्यटन विभाग द्वारा आम लोगों को वन से जोड़ने के लिए वन के एक हिस्से में ईको टूरिज्म के रूप में औरवाटाड़ वाटर फाल (बड़ी दरी ) को विकसित किया जा रहा है। वैसे तो यहां पर पहले से ही मूलभूत सुविधाएं हैं ही। उसके अलावा एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए भी कुछ गेम्स जैसे रॉक क्लाइंबिंग, जीप लाइन लो रोप कोर्स, कमांडो नेट वाल प्लानिंग वगैरह बनाया जा रहा है। पर्यटकों को लुभाने के लिए टेंट कार्टेज व ईको पार्क का भी निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही जंगली जानवरों से लोगों को परिचित करने के लिए जंगली पशुओं का स्टेच्यू भी बनाया जा रहा है। यहां पर्यटक परंपरागत नौकायन का भी लुफ्त उठा सकते हैं।

जिलाधिकारी ने कहा कि जैसे ही यह पर्यटन स्थल विकसित हो जाएगा तो यहां पर रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने से उनके जीवन में सुधार भी होगा।

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