Chandauli News: वरासत की पत्रावली निरस्त करना कानून को पड़ा भारी, जिलाधिकारी ने किया निलंबित
Chandauli News: तहसीलदार द्वारा राजस्व निरीक्षक की कार्यशैली संदिग्ध पाई गई और वरासत के आवेदन को बिना कारण ही निरस्त कर दिया गया था जिसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को तहसीलदार द्वारा रिपोर्ट प्रेषित की गई।
Chandauli News: चंदौली जनपद के सकलडीहा तहसील के कानून गो जितेंद्र प्रताप सिंह को जिलाधिकारी ने निलंबित करते हुए अटैच कर दिया है।जिलाधिकारी के निलंबन की कार्यवाही से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। पहले भी सकलडीहा तहसील के दो लेखपालों पर भी कार्य की अनियमित के दौरान जहां पहले से ही उप जिलाधिकारी द्वारा निलंबन के बाद आंदोलन चल रहा था वही राजस्व निरीक्षक के निलंबन से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
आपको बता दें कि चंदौली जनपद के सकलडीहा तहसील के राजस्व निरीक्षक जितेंद्र प्रताप सिंह पर संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान पीड़ित ने आरोप लगाया था कि मेरे पिता की मृत्यु के बाद जमीन के वरासत के लिए मैंने आवेदन किया था जिस पर लेखपाल ने रिपोर्ट लगाया परंतु राजस्व निरीक्षक जितेंद्र बहादुर सिंह ने उस आवेदन को बिना कारण बताएं ही निरस्त कर दिया। जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए तत्काल सकलडीहा तहसीलदार को जांच के लिए नामित किया था और 3 दिन में रिपोर्ट मांगी थी।
तहसीलदार द्वारा राजस्व निरीक्षक की कार्यशैली संदिग्ध पाई गई और वरासत के आवेदन को बिना कारण ही निरस्त कर दिया गया था जिसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को तहसीलदार द्वारा रिपोर्ट प्रेषित की गई।उस रिपोर्ट पर जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे ने राजस्व निरीक्षक जितने प्रताप सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए अटैच कर नियमानुसार वेतन भत्ते आदि की कार्यवाही की है। तहसील में राजस्व निरीक्षक एवं लेखपालों की कार्यशैली से मामले लटकाए जा रहे हैं जिसका खामियाजा आम जनता को भोगना पड़ रहा है, इसी कारण कई जगह खूनी जंग भी हो रहे हैं।अधिकारियों के कार्यवाही के बाद भी राजस्व कर्मियों में सुधार नहीं हो रहा है।