Chandauli News: चंदौली जिले के वनांचल क्षेत्र नौगढ़ में बढ़ी ठंड, नहीं बंटे कंबल, न जले अलाव, ठंड में ठिठुर रहे आमजन
Chandauli News: जिले में अभी तक कहीं भी अलाव की व्यवस्था न होने से लोग ठंड में ठिठुरते नजर आए।सर्दी के मौसम में ठंड से निराश्रितों-राहगीरों को बचाने के लिए शासन के निर्देश पर प्रत्येक वर्ष एक दिसंबर से अलाव जलने शुरू हो जाते रहे हैं।
Chandauli News: चंदौली जिले के वनांचल क्षेत्र नौगढ़ में शीतलहर का प्रकोप लगातार जारी है।गत तीन दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड से आम जनजीवन बेहाल है।वहीं शीत लहर से बचाने के इस बार जिला प्रशासन ने न तो कंबल बांटे हैं और न ही अलाव जलाने की व्यवस्था शुरू की है।जिससे निराश्रित लोग ठंड में सिकुड़ते नजर आ रहे हैं।वहीं राहगीर भी अलाव न जलने पर अफसरों को कोस रहे हैं।
जिले में अभी तक कहीं भी अलाव की व्यवस्था न होने से लोग ठंड में ठिठुरते नजर आए।सर्दी के मौसम में ठंड से निराश्रितों-राहगीरों को बचाने के लिए शासन के निर्देश पर प्रत्येक वर्ष एक दिसंबर से अलाव जलने शुरू हो जाते रहे हैं। लेकिन इस बार जहां एक दिसंबर से ठंड का असर कुछ कम रहा। वहीं अफसरों द्वारा भी अलाव जलाने की व्यवस्था में लापरवाही बरती गई और कंबल बांटने को लेकर भी अफसरों ने कोई तैयारी शुरू नहीं की है।जबकि शासन द्वारा प्रत्येक वर्ष कंबल वितरण और अलाव को लेकर पहले से ही धनराशि जारी की जा चुकी है।
जानकारी के अनुसार तीन दिनों पूर्व मौसम ने अचानक करवट बदली और सर्द हवाओं के चलने से गलन बढ़ गई।जिसके बाद अफसरों को अपने-अपने क्षेत्रों के सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था कर देनी चाहिए थी, लेकिन अफसर अभी तक मूकदर्शक बने हुए हैं।वहीं दूसरी और मौसम में तेजी से हो रहे परिवर्तन के चलते सार्वजनिक स्थलों पर आमजन अलाव के साथ निराश्रित कंबल वितरण का इंतजार भी करने लगे हैं।
नौगढ़ जिले में वनांचल क्षेत्र का मुख्य बाजार और मुख्यालय है।यहां दूरदराज क्षेत्र से गांव के लोग आकर समानों की खरीद-फरोख्त करते है।साथ ही मुख्यालय होने के कारण गांव के लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अधिक संख्या में यहां आते हैं।गांव के रास्ते जंगल और पहाड़ होने के कारण देर होने पर यहीं बाजार में ठहर जाते हैं।हाल यह है कि बाजार में रैन बसेरा न होने के कारण गांव के लोग खुले आसमान में सोने को मजबूर हैं। लोग गर्मी और बरसात में यहां किसी तरह रात गुजार लेते हैं लेकिन ठंड के मौसम में रात्रि गुजारना मुश्किल होता है।न्यूज ट्रेक पत्रकार ने आज देर रात्रि भ्रमण के दौरान देखा कि बाजार में सर्दी से बचने के लिए एक भिखारी भट्ठी के समीप खुले आसमान में सो रहा था।वहीं दूसरी तरफ एक किराने की दुकान के टीन शेड में एक बुजुर्ग रात्रि के समय सोता मिला।हालांकि बुजुर्ग के पास ओढ़ने और बिछाने के लिए चादर मौजूद थी। लेकिन सर्द हवाओं से बचने के लिए कपड़े पर्याप्त मात्रा में न होने के कारण बुजुर्ग ठंड से कांपता नजर आया।
पिछले तीन दिनों से लगातार तापमान गिरने के साथ ही गलन बढ़ने लगी है। लेकिन जिले में कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है।जबकि नगर क्षेत्र में नगर पालिका की ओर से प्रतिवर्ष सर्दी में अलाव की व्यवस्था की जाती है। लेकिन इस बार दिसंबर माह में 11 दिन व्यतीत होने के बाद भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई।
जिले के अन्य क्षेत्रों में भी नहीं अलाव की व्यवस्था
जिले में अभी तक किसी भी निकाय और ग्राम पंचायत में न तो अलाव जलने शुरू हुए हैं और न ही अलाव को लेकर कोई प्रक्रिया शुरू की गई है। वहीं कंबल वितरण के लिए निकाय और ग्राम पंचायत अफसर जिला प्रशासन के आदेश मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
नौगढ़ के उप जिलाधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि जिन स्थानों पर अलाव जलानी है उसका सर्वे करा लिया गया है।जल्द ही जियो टैग कराकर उन स्थानों पर अलाव जलाने के लिए व्यवस्था कर दी जाएगी।कंबल वितरण के लिए अभी कोई आदेश नहीं मिला है।