Chandauli News: फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए मंडलीय चिकित्सालय पहुंचे सांसद, अस्पताल की दुर्व्यवस्थाओं पर जताई नाराजगी

Chandauli News: चंदौली जिले के सपा सांसद वीरेंद्र सिंह संसद में दिए गए जानकारी का जब फिजिकल वेरिफिकेशन करने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर जंक्शन के मंडली चिकित्सालय पहुंचे तो वहां की स्थिति देखकर हक्का बक्का रह गए।

Report :  Ashvini Mishra
Update:2024-12-30 17:41 IST

Chandauli News ( Photo- Newstrack )

Chandauli News: चंदौली के सांसद वीरेंद्र सिंह जब सोमवार को रेल मंत्री के द्वारा लोकसभा में पूछे गए प्रश्न के जवाब में दिए गए उत्तर का फिजिकल वेरिफिकेशन करने पहुंचे तो वहां की स्थिति देख कर हक्का बक्का रह गए,उन्होंने रिपोर्ट में दी गई जानकारी पर कहा कि रेल मंत्री द्वारा गलत जानकारी दी गई है उसको संसद में उजागर करूंगा। सांसद ने प्रभारी एवं चिकित्सकों को चेतावनी दिया कि अगले बार आने पर दुर्व्यवस्था मिली तो थाने में बैठ कर आप लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखवाऊंगा।

आपको बता दे की चंदौली जिले के सपा सांसद वीरेंद्र सिंह संसद में दिए गए जानकारी का जब फिजिकल वेरिफिकेशन करने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर जंक्शन के मंडली चिकित्सालय पहुंचे तो वहां की स्थिति देखकर हक्का बक्का रह गए। इस दौरान उन्होंने चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचकर सबसे पहले प्राथमिक उपकरणों के बारे में सवाल किया। कर्मचारियों की ओर से जवाब मिला कि सभी उपकर आलमारी में बंद है। इस तरह का जवाब मिलने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए आईयूडी वार्ड में पहुंच गए।

अस्पताल की दुर्व्यस्थाओं पर सांसद अत्यधिक नाराज होते हुए कहा कि मुझे रेल मंत्री की ओर से गलत रिपोर्ट दिया गया है। जिसे मैं सांसद में उजागर करूंगा। रेल कर्मचारी ता उम्र लोगों कि सेवा करते हैं। जब उनकी चिकित्सा सम्बंधित समस्याएं आती हैं तो मंडलीय चिकित्सालय खुद अपनी बीमारी का रोना रोने लगता है।

निरीक्षण के दौरान सासंद वीरेंद्र सिंह के तेवर सख्त थे। उन्होंने साफ तौर पर बता दिया कि मैं कोई दुकान चलाने नहीं आया हूँ। फिजिकल वेरिफिकेशन की वीडियो ग्राफी कराई जा रही है। अस्पताल में जो अव्यवस्था फैली है। उसे ठीक करा लीजिये। अगली बार अगर कमी मिली तो थाने में बैठ कर मुकदमा दर्ज कराऊंगा। सेवानिवृत्त रेल कर्मचारी के साथ व्यवहार में बदला लाइये। एक मरीज के तीमारदार की ओर से डीआरएम व सीएमएस के सामने डाक्टर की ओर से पर्चा फाड़ने की शिकायत पर सांसद भड़क गए। उन्होंने डीआरएम से कहा कि देखिये आपके सामने की शिकायत है। इसके बाद दूसरे ने मेडिकल में फिट व अनफिट की फाइल पर पांच लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। जिसकी फाइल लेकर सांसद ने खुद डीआरएम को दिया। बोले कि निष्पक्षता से इसकी जांच कराइये। मेरे पास कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए। आप निस्तारण नहीं कर पाइयेगा तो हमें बताइयेगा। मैं रेलमंत्री के संज्ञान में यहां के भष्ट्राचार को लाऊंगा।

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