Chandauli News: एनआइए की छापेमारी से मचा हड़कंप, संदिग्ध की मां ने लगाया प्रताड़ित करने का आरोप

Chandauli News: चंदौली जिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सीपीआई (माओवादी) मामले के सिलसिले में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, आज़मगढ़ और देवरिया जिलों के आठ स्थानों पर छापेमारी की।

Update:2023-09-05 20:16 IST

Chandauli News: चंदौली जिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सीपीआई (माओवादी) मामले के सिलसिले में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, आज़मगढ़ और देवरिया जिलों के आठ स्थानों पर छापेमारी की। जिसके बाद इन सभी जनपदों में हड़कंप की स्थिति रही।

एनआइए जिसकी तलाश में गई, नहीं मिला वो युवक

एनआइए टीम द्वारा चंदौली के सैयदराजा थाना क्षेत्र के बगहीं गांव में संदिग्ध के घर सुबह से पहुंचकर घरों में छापेमारी कर पूछताछ शुरू कर दी गई। हालांकि, जिससे पूछताछ करने के लिए एनआइए की टीम गई है, वह लड़का घर से फरार बताया जा रहा है, लेकिन कुछ कागजात मिलने के कारण परिजनों से पूछताछ की गई।

छावनी में तब्दील रहा गांव

इस मामले में मौके पर स्थानीय पुलिस भी भारी संख्या में तैनात की गई है। संदिग्ध के घर के आसपास के रास्तों को पूरी तरह से सील करते हुए पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। संदिग्ध की मां ने पूछताछ से परेशान होकर एनआइए टीम पर तमाम आरोप लगाए। कहा कि घर से बाहर निकालकर टीम ने प्रताड़ित किया और अपने ही घर में जाने से मना किया गया।

माओवादी संगठनों से है युवक का संबंध!

चंदौली जिले के सैयदराजा थाना क्षेत्र के बगही गांव में बच्चा राय के घर पर भी एनआईए की टीम सुबह ही पहुंच गई थी और संदिग्ध की मां से पूछताछ करने लगी। बताया जा रहा है कि माओवादी संगठन से बच्चा राय के दोनों लड़के जुड़े हैं। जानकारी के अनुसार बच्चा राय का बड़ा पुत्र रोहित राय नक्सली गतिविधियों में शामिल होने के कारण नौरंगाबाद बिहार की जेल में बंद है, जबकि दूसरे पुत्र रितेश राय की भी नक्सली गतिविधियों में शामिल होने की जानकारी केंद्रीय जांच एजेंसी को मिली थी। जिससे पूछताछ के लिए टीम उसके घर पर आई थी। लेकिन पता चला कि रितेश राय यहां नहीं रहता है, वह इलाहाबाद में रहता है। हालांकि जांच एजेंसी में पूरे घर के कोने कोने को खंगाला। उसे कुछ संदिग्ध कागज भी मिले हैं, जिन्हें वह अपने साथ ले गई है।

महिला के पति हैं लकवा रोग से पीड़ित

इस संबंध में जांच एजेंसी के अधिकारियों ने कुछ भी नहीं बताया और मीडिया के सामने आने से परहेज किया। जबकि घर की महिला व संदिग्ध की मां उषा देवी ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी के लोग सुबह 4ः00 बजे से आकर मेरे पति जो लकवा से पीड़ित हैं और चलने फिरने में भी असमर्थ हैं, हम लोगों को परेशान करते रहे। सुबह से दवा तथा भोजन भी नहीं लेने दिया। हमसे न जाने कितने कागजातों पर सिग्नेचर कराया तथा पूछताछ की। हमको कुछ भी नहीं मालूम है कि क्यों हमारे घर आए हैं। घर में रखे गए बक्से, अलमारी, कोठिला सभी जगह को खंगाला और कुछ कागज को भी टीम ले गई।

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