UP Chhath Puja 2022: इन घाटों पर धूम-धाम से मनाया जा रहा छठ, देखें आपके नजदीक कौन सी जगह
UP Chhath Puja 2022: पर्व के तीसरे दिन आज शाम छठ घाटों पर पूजन अर्चन करने के बाद डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगी महिलाएं।
2022 Chhath Puja in UP: पूर्वांचल सहित उत्तरभारत का लोक आस्था का सूर्य उपासना का महापर्व छठ मनाने के लिए जनपद के सभी घाट आकर्षक तरीके से सजाया गए हैं । नारायणी नदी, बांसी नदी, छोटी गंडक नदी , हिरणावती नदी जिन गांव के संपर्क सीमा से बहती हैं । नगर पंचायतों और नगर पालिका परिषद में पढ़ने वाले पोखरो के छठ घाटों को भी आकर्षक तरीके से सजाया गया है । महापर्व के तीसरे दिन आज छठी व्रत धारी महिलाएं विभिन्न पूजन सामग्रियों के साथ आज शाम को छठ घाटों पर पूजन अर्चन करने की बाद डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंग।
डीएम एवं एसपी ने किया विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण
कुशीनगर के जिलाधिकारी एस राज लिंगम व पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने लोक आस्था के पर्व छठ पूजा को कुशल एवं शांति पूर्व पूर्वक तरीके से संपन्न कराने के लिए छठ घाटों का स्थलीय निरीक्षण किया । पडरौना राज दरबार स्थित छठ घाट का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों ने संबंधित को घाट की साफ-सफाई एवं सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त कराए जाने का निर्देश दिया।
जनपद में छठ पर्व का है खास महत्व
कुशीनगर जनपद बिहार सीमा के सटे है। इसलिए छठ पर्व खास तरीके से बनाई जाती है। यह पर्व 28 अक्टूबर से नहाए खाए से शुरू हुआ है। आज डाला लेकर महिलाएं छठ घाट पर पूजन अर्चन करेंगी। इसके लिए सुबह से ही तरह-तरह के पकवान जैसी खष्टा, ठेकुआ आदि प्रसाद बना रही हैं । छठ पर्व बिहार का स्पेशल त्यौहार है उसका पूरा पूरा प्रभाव कुशीनगर जनपद पर देखने को मिलता है। इस पर्व पर अच्छा खासा बजट भी खर्च होता है। जिनके घर कोशी होती है उनका खर्च ज्यादा बढ़ जाता है।
स्थानीय निकाय के चुनाव में भी पर्व की बढ़ा दी है रोचकता
जनपद में नगर पंचायत और नगर पालिका का चुनाव होने वाला है ।इसलिए प्रत्याशियो सीमा क्षेत्र में यह पर्व खास बना हुआ है। अध्यक्ष और सभासद पद के प्रत्याशी छठ घाटों की साफ-सफाई में अपना योगदान दिये हैं। छठ घाट पोस्टरों से पट गए हैं संभावित प्रत्याशी छठ घाटों का लगातार दौरा भी कर रहे हैं।
सोमवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ देकर होगा पर्व का समापन
चार दिवसीय छठ महापर्व सोमवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ देने के उपरांत पर्व का समापन होगा ।उसके बाद छठ व्रत धारी महिलाएं पारन करेंगी। छठ पर्व पर जिन बच्चों का मुंडन की मनौती माना गया है वे लोग अपने बच्चों का मुंडन संस्कार छठ घाट पर पूरे विधि विधान से करायेंगे।
Chandauli Chhath Puja 2022: लोक आस्था व प्रकृति से जुड़े सूर्योपासना के छठ महापर्व पर वातावरण में शुचिता, सात्विकता व स्वच्छता की सुगंध व्याप्त हो गई है। भक्ति व उल्लास का संगम देखने को मिल रहा है। सद्भाव का संदेश देते इस पर्व ने परदेशियों को घर बुला लिया है। घर,बाजार व घाट सज चुके हैं। छठ व्रत रविवार को है। इस दिन व्रती निर्जल व्रत रहेंगे और अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर मंगल कामना करेंगे। सोमवार को उदयकालीन सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के बाद व्रत की पूर्णाहुति होगी। छठ व्रत की पूर्व संध्या पर शनिवार को व्रतियों ने खरना किया और रसियाव- रोटी ग्रहण किया गया।इसी के साथ निर्जल व्रत शुरू हो गया।
रोशनी से जगमगा उठे छठ घाट
नदी घाटों पर सफाई व वेदी निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है।पश्चिमी वाहिनी बलुआ घाट,टांडा घाट,अमृत सरोवर (तालाब)बसारिक पुर,माटी गांव,नरौली घाट,दामोदर दास पोखरा,चकिया काली मंदिर पोखरा, नौगढ़ दुर्गा मंदिर परिसर के तालाब समेत क्षेत्र में कई छठ घाट बनाए गए हैं। व्रतियों के घर उत्सव व उल्लास का माहौल है। घरों की साफ-सफाई पहले ही हो चुकी थी लेकिन पूर्व संध्या पर फिर व्रतियों ने सफाई कर पूजा स्थल की विधिवत धुलाई की और पवित्रता के साथ वहां पूजा सामग्री को रखा। देर रात तक घरों में पूजा की तैयारी होती रही।जिन्हें कोसी भरना है, उन्होंने इसकी विशेष तैयारी की।कई जगहों पर छठ माता की मूर्तियां भी स्थापित की गई हैं।
ऐसे करें पूजा रविवार को पूर्वाह्न में
वेदी पर जाकर छठ माता की पूजा करें, फिर घर लौट आएं दोपहर बाद घाट पर वेदी के पास जाएं-पूजन सामग्री वेदी पर चढ़ाएं व दीप जलाएं अस्ताचलगामी सूर्य को दीप दिखाकर प्रसाद अर्पित करें, दूध व जल चढ़ाएं तथा जल में दीप प्रवाहित करें, घर आ जाएं सोमवार को भोर से पहले स्वजन के साथ निकल जाएं और घाट पर पहुंचें पानी में या पानी के किनारे खड़ा होकर सूर्य उदय की प्रतीक्षा करें सूर्य का लाल गोला जब दिखने लगे तो दीप चढ़ाकर जल में प्रवाहित करें,अंजलि से जल अर्पित करें, दूध चढ़ाएं और प्रसाद अर्पित करें स्वयं भी प्रसाद अपने आंचल में लें और आंचल का प्रसाद किसी को न दें प्रसाद वितरण करें, घर आकर हवन करें और काली मिर्च तथा शरबत से व्रत तोड़ें
बाजारों में रही चहल-पहल,लोगों ने जमकर की खरीदारी
लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर शनिवार को बाजारों में काफी चहल- पहल रही।चंदौली,डीडीयू नगर, चकिया,नौगढ़ के बाजारों में छठ के लिए लोगों ने पूजन सामग्रियों की जमकर खरीददारी की। बाजारों में खरीदारी सुबह से शुरू हुई तो देर शाम तक चली।शहर के बाजार छठ पूजा के सामानों से पटा रहा।जगह-जगह कच्ची हल्दी,अदरक, मूली, सेब, नारंगी, सिघाड़ा,नारियल समेत अन्य सामानों की बिक्री जहां तेज रही। वहीं गुड़, केला, चावल, आटा, मैदा, चीनी, डालडा, घी, रिफाइंड समेत अन्य वस्तुओं के लिए भी दुकानों पर खरीदारों की भीड़ रही।
महंगे मिले सूपा व दउरा
छठ पूजा को देखते हुए बाजारों में बांस के सामान में सूप, टोकरी, डगरा, कोनिया की बिक्री खूब हुई। बांस के टोकरी, सूप छठ पूजन सामग्री की बजाय पीतल की सूप, कोनिया, डगरी का प्रयोग करने लगे हैं। बांस से तैयार टोकरी, सूप की कीमत में इस वर्ष मामूली इजाफा देखा जा रहा है।
बाजार में इन दामों पर बिके सामान
दुकानदारों ने बताया कि बांस की कीमत बढ़ने से इससे निर्मित सामान पर फायदे में कमी आई है। महंगे दरों पर बांस से करीब आधा दर्जन सामान तैयार होता है। बाजार में टोकरी 200 से 250, सूप 60 से 70 रुपये में बिका।
यहां रही खरीदारों की भीड़
चंदौली जिले के विभिन्न बाजारों में शनिवार को खरीदारों की काफी भीड़ देखी गई। पड़ाव,डीडीयू नगर,चंदौली, सकलडीहा,धानापुर,सैयदराजा, काटा विशुनपुरा,चकिया, नौगढ़ में अधिक भीड़ रही।
जिलाधिकारी ईशा दुहन ने पर्व के मद्देनजर जिले के छठ घाटों का निरीक्षण किया गया।इस दौरान घाटों पर साफ़ सफाई बैरिकेडिंग, प्रकाश एवं सुरक्षा के व्यापक प्रबन्ध किए जाने का निर्देश दिए गए,वहीं नौगढ़ में उप जिलाधिकारी डा. अतुल गुप्ता ने क्षेत्र के छठ घाटों का निरीक्षण किया।क्षेत्र के स्थानीय बाजार ग्राम पंचायत बाघी (नौगढ़ ) के ग्राम प्रधान नीलम ओहरी व समाज सेवी आशीष कुमार उर्फ दीपक गुप्ता द्वारा घाट व मेला परिसर में साज सज्जा कराया गया है।इंस्पेक्टर दीन दयाल पाण्डेय व उप निरीक्षक अनन्त कुमार भार्गव मय फोर्स घाटों का चक्रमण किया जा रहा है। घाटों पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस एवं पीएसी के जवानों की तैनाती की गई है।