प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना: सीएम योगी ने किया शिलान्यास, 748 मार्ग होंगे तैयार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से 500 आबादी के सभी मजरे और टोले सड़क मार्ग से जुड़ चुके हैं। 500 से कम आबादी के मजरे भी योजना के अन्तर्गत सड़क मार्ग से जोड़े गये हैं।

Update:2020-11-29 19:30 IST
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से 500 आबादी के सभी मजरे और टोले सड़क मार्ग से जुड़ चुके हैं।

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के 75 जनपदों में 45 जनपदों में महिला जिला पंचायत अध्यक्ष होने पर भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा प्रारम्भ की गयी। आजादी के पांच दशक तक ग्रामीण व्यवस्था, विकास के सशक्त माध्यम अच्छी सड़कों से वंचित थी। ये बात आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से 500 आबादी के सभी मजरे और टोले सड़क मार्ग से जुड़ चुके हैं। 500 से कम आबादी के मजरे भी योजना के अन्तर्गत सड़क मार्ग से जोड़े गये हैं। इस योजना ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नये आयाम दिये हैं।

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लोगों को आजीविका के पर्याप्त अवसर

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 5 जनपदों-शाहजहांपुर, प्रयागराज, सीतापुर, शामली, लखीमपुर खीरी के जिला पंचायत अध्यक्षों से वर्चुअल माध्यम से संवाद भी किया। जिला पंचायत अध्यक्षों ने हाॅटमिक्स संयंत्र के माध्यम से जिला पंचायत की सड़कों के निर्माण की पहल के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पंचायतीराज विभाग की 647 करोड़ रुपये लागत की 2000 किमी0 लम्बी 1825 सड़कों एवं प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत 204 करोड़ रुपये से 56 जनपदों में बनने वाले 2095 किमी लम्बे 748 मार्गाें का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायतीराज संस्थाओं द्वारा उन्हें प्राप्त होने वाली धनराशि का बेहतर उपयोग किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने झांसी के बिलौनी में ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा किये जा रहे उत्कृष्ट कार्य की चर्चा करते हुए कहा कि पंचायतीराज संस्थाओं द्वारा पारस्परिक समन्वय के माध्यम से लोगों को आजीविका के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराकर गांधी जी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी पंचायतीराज संस्थाओं के पास धनराशि उपलब्ध है।

फोटो-सोशल मीडिया

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पंचायतीराज संस्थाओं के पास भूमि उपलब्ध

मुख्यमंत्री ने पंचायतीराज संस्थाओं को स्वावलम्बी बनने पर बल देते हुए कहा कि इन संस्थाओं को अपनी आय बढ़ाने के प्रयास करने चाहिए। सभी पंचायतीराज संस्थाओं (जिला, क्षेत्र, ग्राम) के पास भूमि उपलब्ध है।

भूमि का वाणिज्यिक प्रयोग करके पंचायतों की आय बढ़ायी जा सकती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी की आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना पंचायतों की आत्मनिर्भरता से साकार होगी। किसी भी जनपद का विशिष्ट उत्पाद किसी गांव से ही सामने आता है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए ग्राम्य विकास मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह (मोती सिंह) ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत अब तक प्रदेश में 18,729 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि से लगभग 56,862 किमी सड़कों का निर्माण किया गया है। इस योजना के अन्तर्गत पीरियाॅडिक रिन्युवल कार्य कराया जा रहा है।

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