लखनऊ: सूबे की नौकरशाही के मुखिया दीपक सिंघल सपा के शीर्ष नेतृत्व को खुश करने के लिए अब सियासी चाल चल रहे हैं। वैसे भी ज्यादातर आईएएस अफसर सिंघल के व्यवहार से पहले से ही आक्रोशित हैं। सियासी गलियारे में साफ कहा जाता है कि सीएम खुद सिंघल को पसंद नहीं करते हैं और अब अधिकारियों से दुर्व्यवहार के कारण उनके राजनीतिक आका भी उनसे नाराज हैं। इन सब चीजों को मैनेज करने के लिए सिंघल ने अब नया पैंतरा चला है।
बताया जा रहा है कि अब जब सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता या नेता दीपक सिंघल से मिलने आते हैं तो वह उनसे मंझे हुए सपाई नेता की तरह व्यवहार करते हैं। खास तौर पर वह नेताओं को अखिलेश सरकार के योजनाओं के बारे में बताते हैं और उन्हें इसका प्रचार करने की नसीहत देते हैं। कहा तो यहां तक तक जा रहा है कि वह नेताओं को यह डर भी दिखाते हैं कि अगर सब कुछ ठीक ढंग से नहीं किया गया तो अगली बार सरकार कैसे बनेगी।
एक तरफ ज्यादातर आईएएस अफसर उनके आचरण की वजह से नाराज हैं तो इनके राजनीतिक संरक्षकों को अपनी साख की चिंता है। यही वजह है कि सिंघल की परेशानी बढ़ गई है। चुनाव नजदीक है और इस बेला में सरकार किसी भी वर्ग को नाराज कर परेशानी मोल नहीं लेना चाहती है। खासकर उन अफसरों को जिनके हाथ में जमीनी स्तर पर चुनाव शांतिपूर्ण निपटाने की जिम्मेदारी होगी। फिलहाल प्रशासनिक गलियारों के अंदरखाने बन रहे नए समीकरण किसी अन्य घटना की तरफ इशारा कर रहे हैं।