मां के पास नहीं थे इंजेक्शन के लिए बीस रुपए, हो गई मासूम की मौत

हरदी थाना क्षेत्र के खमरिया गांव की रहने वाली सुमिता अपने पति के साथ दस महीने के बीमार बेटे कृष्णा को लेकर दो दिन पहले ही इलाज के लिए उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल लाई थी। यहां पर डॉक्टर ने खून की कमी होने की बात कहते हुए सुमिता के बेटे कृष्णा को एडमिट कर लिया और सही तरीके से उपचार भी हो रहा था। कृष्णा को देर रात इंजेक्शन लगता था। सोमवार रात सुमिता ने वार्ड में मौजूद संविदाकर्मी पवन से इंजेक्शन लगाने के लिए कहा इसपर पवन ने सुमिता से बीस रुपए की मांग कर दी। पैसे सुबह देने की बात पर इंजेक्शन भी सुबह लगाने को कहकर पवन वहां से चला गया। मंगलवार सुबह कृष्णा की मौत हो गई।

Update:2016-08-09 15:16 IST

बहराइच: हरदी थाना क्षेत्र के खमरिया गांव की रहने वाली सुमिता अपने पति के साथ दस महीने के बीमार बेटे कृष्णा को लेकर दो दिन पहले ही इलाज के लिए उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल लाई थी। यहां पर डॉक्टर ने खून की कमी होने की बात कहते हुए सुमिता के बेटे कृष्णा को एडमिट कर लिया और सही तरीके से उपचार भी हो रहा था। कृष्णा को देर रात इंजेक्शन लगता था।

सोमवार रात सुमिता ने वार्ड में मौजूद संविदाकर्मी पवन से इंजेक्शन लगाने के लिए कहा। इसपर पवन ने सुमिता से बीस रुपए की मांग कर दी। पैसे सुबह देने की बात पर इंजेक्शन भी सुबह लगाने को कहकर पवन वहां से चला गया।

मंगलवार सुबह कृष्णा की मौत हो गई। इस बात की जानकारी जैसे ही परिजनों और हॉस्पिटल में मौजूद तीमारदारों को हुई तो सभी ने लापरवाही और अवैध वसूली के विरोध में जाम लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह समझाकर लोगो को शांत कराया।

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बच्चे की मौत के बाद हंगामा करते परिजन

क्या कहना है सीएमएस का ?

-इस मामले में डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के सीएमएस ओ पी पांडे का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।

-आरोपी पवन नाम के संविदाकर्मी को हटा दिया गया है।

-पवन हॉस्पिटल में साफ सफाई का काम करता है।

-किस आधार पर वह वार्ड में मौजूद था, इसकी भी जांच कराई जा रही है।

-जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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