नहीं रुक रही बाल मजदूरी: मनरेगा के तहत बच्चों से कराया जा रहा काम

Update: 2020-02-25 10:18 GMT

सिद्धार्थनगर जिले के लोटन ब्लॉक की ग्राम पंचायत सुसनहा में सरकार द्वारा निर्धारित नियमो की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। यंहा नाबालिक बच्चो से मनरेगा योजना के तहत किये जाने वाले काम को कराया जा रहा है। काम करने वाले आधा दर्जन बच्चे प्राथमिक व जूनियर स्कूल के विद्यार्थी है । इन्हें 250 रुपये प्रतिदिन की दर से भुगतान किया जाता है।

लगभग आधा दर्जन बच्चों से कराया जा रहा काम

सिद्धार्थनगर जिले के लोटन ब्लॉक के सुसनहा ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के तहत बन रहे एक नाले के निर्माण में लगभग आधा दर्जन बच्चे काम कर रहे हैं। जिस उम्र में इनके हाथों में किताबे और पेन होना चाहिये था, उस उम्र में यह बच्चे हाथों में फावड़ा, कुदाल व मिट्टी से भरे तसले लिए काम कराया जा रहाहै। एक तरफ जहां देश के नौनिहालों को शिक्षित करने के लिए सरकार करोड़ो रुपये खर्च कर रही है। वही दूसरी तरफ ग्राम प्रधान काम कराने के लिए नौनिहालों के भविष्य से खुले आम खिलवाड़ कर रहे है।

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इस मामले पर मनरेगा योजना के तहत बच्चो से काम कराने के मामले को लेकर जिले के मुख्य विकास अधिकारी पुलकित गर्ग ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी। साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।

गौरतलब है कि मनरेगा योजना संचालित करने का उद्देश्य था कि गाँव मे रहने वाले कामगारों को रोजी रोटी के लिए दूर दराज भटकना न पड़े। उन्हें गाँव मे ही इतना काम मिल जाय कि उनका गुजारा हो जाय। लेकिन इस योजना के उद्देश्यों को पलीता लगाने में ग्राम प्रधान की भूमिका बेहद संदिग्ध देखी जा सकती है। इस योजना के तहत बच्चो की जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। साथ ही मस्टररोल में कामगारों की संख्या में हेराफेरी कर खूब धांधली भी की जाती है।

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