Chitrakoot News: प्रधान और बेटे पर गौशाला में जानलेवा हमला, प्रयागराज रेफर, पूर्व प्रधान समेत कई सदस्य भी शामिल

Chitrakoot News: घायल प्रधान व बेटे को बेहोशी की हालत में सीएचसी शिवरामपुर ले जाकर भर्ती कराया गया है। हालत नाजुक होने पर दोनों को यहां से जिला अस्पताल के बाद प्रयागराज रेफर किया गया है।

Update: 2023-09-23 16:33 GMT

Chitrakoot News (Pic:Newstrack)

Chitrakoot News: भरतकूप थाना क्षेत्र के इटखरी ग्राम प्रधान व उनके बेटे पर शनिवार की सुबह गौशाला में छह लोगों ने लामबंद होकर जानलेवा हमला कर दिया। दोनों की बेरहमी के साथ लाठी-डंडों से धुनाई कर दी। धारदार हथियार से भी हमला किया गया। घायल प्रधान व बेटे को बेहोशी की हालत में सीएचसी शिवरामपुर ले जाकर भर्ती कराया गया है। हालत नाजुक होने पर दोनों को यहां से जिला अस्पताल के बाद प्रयागराज रेफर किया गया है। पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर हमलावरों की तलाश शुरु कर दी है। कर्वी ब्लाक की ग्राम पंचायत इटखरी में पिछले महीने तक तीन सदस्यीय संचालन समिति गठित रही है और ग्राम प्रधान के वित्तीय अधिकार सीज रहे है। अभी दो सप्ताह पहले ही डीएम अभिषेक आनंद ने अंतिम जांच रिपोर्ट में प्रधान पर लगे आरोप गलत पाए जाने पर प्रधान सुरेश प्रसाद के वित्तीय अधिकार बहाल किए है। इसके बाद से ही प्रधान अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे। फलस्वरूप दूसरा पक्ष लामबंद हो गया।

पुरानी रंजिश में हुई घटना

शनिवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे प्रधान सुरेश प्रसाद अपने बेटे 18 वर्षीय जितेन्द्र के साथ गौशाला में संरक्षित गोवंश को चारा-भूसा डाल रहे थे। इसी दौरान एक पूर्व प्रधान समेत छह लोग लामबंद होकर पहुंचे और प्रधान व उनके बेटे के ऊपर लाठी-डंडों व धारदार हथियार से हमला बोला दिया। सभी ने दोनों को घेरकर बेरहमी से पीटा। प्रधान व उनका बेटा लहूलुहान होकर गिर पड़े, फिर भी हमलावर लाठियां बरसाते रहे। शोरगुल सुनकर प्रधान के परिजन दौड़े तो हमलावर दोनों को मरणासन्न बेहोशी की हालत में छोंडकर मौके से भाग निकले। घायल प्रधान व बेटे को परिजनों ने सीएचसी शिवरामपुर में दाखिल कराया। हालत गंभीर होने पर डाक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। इसके बाद यहां से दोनों को प्रयागराज अस्पताल भेजा गया है। थाना प्रभारी भरतकूप सूबेदार बिंद ने बताया कि पुरानी रंजिश में घटना हुई है। प्रधान की पत्नी लीलावती की तहरीर के आधार पर जगमोहन यादव, गया प्रसाद, रामहित, बाला प्रसाद, राजाभइया उर्फ प्रमोद व छितानी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। हमलावरों की तलाश की जा रही है।

संचालन समिति भंग होने के बाद विवाद गहराया

पंचायत चुनाव के दौरान से ही दोनों पक्षों के बीच पाले खिंचने शुरु हो गए थे। क्योंकि नामजद आरोपित छितानी व राजाभइया प्रधान पद के लिए चुनाव लड़े थे। जिसमें सुरेश को जीत हासिल हुई थी, जबकि छितानी 19 वोट से हार गया था। छितानी पूर्व में प्रधान भी रह चुका है। इसके बाद से लगातार गांव में प्रधानी को लेकर पेशबंदी चल रही थी। छितानी की पत्नी एवं रामहित व उसकी पत्नी ग्राम पंचायत सदस्य है। बताते हैं कि प्रधान सुरेश की घेराबंदी करते हुए वित्तीय अनियमितता के आरोप लगाते हुए तीन सदस्यीय संचालन समिति गठित कराई गई थी। लेकिन अंतिम जांच में प्रधान सुरेश पर लगे आरोप गलत मिले तो डीएम ने समिति भंग कर प्रधान के अधिकार बहाल कर दिए। समिति भंग होने के साथ ही दूसरा पक्ष बौखला गया और वारदात को अंजाम दे डाला।

जानलेवा हमले के बाद प्रधानों में आक्रोश

इटखरी प्रधान पर जानलेवा हमले के बाद प्रधानों में रोष व्याप्त है। जिला अस्पताल में घायल प्रधान से घटना की जानकारी लेने के लिए दर्जनों की संख्या में प्रधान पहुंचे। जिलाध्यक्ष सुनील शुक्ला व ब्लाक प्रधान संघ अध्यक्ष विष्णुकांत पांडेय ने घायल प्रधान से घटना की जानकारी लिया। यहां पहुंचे थाना प्रभारी सूबेदार बिंद से प्रधानों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधान व उनके बेटे पर जानलेवा हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके साथ ही उनके परिवार की सुरक्षा करते हुए हमलावरों को गिरफ्तार किया जाए। घटना के बाद प्रधान खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे है। क्योंकि अगर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो अराजकत्वों के हौसले बढ़ जाएंगे और प्रधानों को गांवों में कार्य करने में दिक्कतें होंगी।

बोले जिम्मेदार-

एसपी वृंदा शुक्ला ने थाना प्रभारी को घटना की निष्पक्ष जांच कर हमलावरों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की निर्देश दी। इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

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