Chitrakoot News: गायत्री शक्तिपीठ में भारतीय संस्कृति शिक्षण मंडल की बैठक, विद्यालय प्राचार्य व छात्रों का हुआ संवाद

Chitrakoot News: अखिल विश्व गायत्री परिवार अब संस्कार और संस्कृति की दिशा में महत्वपूर्ण काम कर रहा है।

Update:2023-12-11 11:45 IST

Chitrakoot News (Photo: Social Media)

Chitrakoot News: गायत्री शक्तिपीठ में भारतीय संस्कृति शिक्षण मंडल की बैठक हुई। इसमें शक्ति पीठ के व्यवस्थापक डॉ राम नारायण त्रिपाठी ने कहा हर व्यक्ति अनुभव कर रहा है कि समाज, परिवार और व्यक्तिगत जीवन में संस्कार और संस्कृति के न होने से गिरावट आ रही है। इसे बदलने की जरूरत है पर साधरण व्यक्ति पेट-परिवार तक सीमित है। इसकी चिंता समाज के जिन लोगों को हो, उसे समाज सुधारक कहते हैं। आज इस वर्ग की कमी हो रहीं और इसके लिए प्रयत्नशील है। अखिल विश्व गायत्री परिवार उसी कड़ी में यह महत्वपूर्ण काम कर रहा है।

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा संयोजक विजय चंद्र गुप्ता ने बताया कि चित्रकूट इंटर कालेज के प्राचार्य ने संपूर्ण विद्यार्थियों को परीक्षा में शामिल करा अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। कुल 8 हजार छात्रों ने परीक्षा दी। जनवरी मे परीक्षा परिणाम भी आ जाएगा। पुरस्कार वितरण और सम्मान समारोह रखा जाएगा। संकुल प्राचार्य के के बाजपेयी ने कहा कि संकुल बैठक में सभी को प्रेरित करेंगे अधिक से अधिक छात्र भाग लेने के लिए प्रयास किए जाने का आश्वासन दिया। जगतगुरु रामभद्राचार्य विवि के शिक्षा संकाय अध्यक्ष डॉ रजनीश सिंह ने कहा इस कार्यक्रम को हर संभव प्रयास पूर्वक किया जाना चाहिए। यह राष्टीय शिक्षा नीति मे भी चाहा गया है कि छात्रों के नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूक किया जाए। जिला सह संयोजक जितेंद्र सिंह, शंकर दयाल त्रिपाठी,  जिला समन्वयक भवानी दीन यादव, प्रमोद कुमार पटेल,  पंडित श्रीराम शर्मा, आचार्य संस्कृत विद्यालय के प्राचार्य राजकुमार ओझा, श्रवण कुमार गुप्ता ने भी विचार रखे।

समिति भी होगी गठित 

जानकारी देते हुए तय किया गया कि हर विकास खंड वार संयोजक तथा समिति गठित की जाए तथा समय पर विचार विमर्श किया जाए। 2026 वंदनीय माता जी की जन्म शताब्दी तक जनपद के हर घर तक पहुचने का संकल्प अनेक महत्वपूर्ण कार्यक्रमों कार्यकर्ताओं सहयोगियों द्वारा ही सम्भव है। धरती पर सतयुग का अवतरण 2026 से 2050 के कालखंड में सुनिश्चित है इसके अवतरण की जिम्मेवारी निष्ठावान लोगों की है। वे सभी क्षेत्रों मे तैयार हो रहे विभिन्न सामाजिक संगठन इसी कार्य में लगे है। भारतीय संस्कृति विश्व संस्कृति बनने जा रही और भारत विश्व गुरु यह युग ऋषि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी की वाणी सत्य होने जा रही। इस दिशा में काम करने वाले सौभाग्यशाली होगे

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