Chitrakoot News: कार्तिक पूर्णिमा में श्रद्धालुओं ने रामघाट में किया मंदाकिनी स्नान, मत्तगयेन्द्रनाथ में जलाभिषेक कर लगाई परिक्रमा
Chitrakoot News: शुक्रवार को तड़के तीन बजे से ही श्रद्धालु मंदाकिनी में डुबकी लगाने पहुंचने लगे थे। सुबह करीब छह बजे पूरा रामघाट श्रद्धालुओं की भीड़ से खचाखच भरा हुआ था।
Chitrakoot News: कार्तिक पूर्णिमा में शुक्रवार को तड़के से ही भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। श्रद्धालुओं ने रामघाट में स्नान करने के बाद राजाधिराज मत्तगयेन्द्रनाथ मंदिर पहुंचकर भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। फिर यहां से भगवान कामदनाथ के दर्शन कर परिक्रमा लगाया। प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए जगह-जगह पुलिस टीमें तैनात रही।
भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट में कार्तिक पूर्णिमा पर मंदाकिनी स्नान का अलग ही महत्व माना जाता है। इसको देखते हुए स्थानीय के अलावा आसपास के जनपदों से श्रद्धालुओं का आगमन होता है। एक दिन पहले से ही धर्मनगरी चित्रकूट में श्रद्धालुओं का आगमन होने लगा था। शुक्रवार को तड़के तीन बजे से ही श्रद्धालु मंदाकिनी में डुबकी लगाने पहुंचने लगे थे। सुबह करीब छह बजे पूरा रामघाट श्रद्धालुओं की भीड़ से खचाखच भरा हुआ था। मंदाकिनी स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने राजाधिराज मत्तगयेन्द्रनाथ मंदिर पहुंचकर भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। यहां पर सुबह चार बजे से ही श्रद्धालुओं की जलाभिषेक के लिए लंबी लाइन लगी थी। श्रद्धालुओं ने बेलपत्र, अक्षत, समी, चंदन, पुष्प आदि के साथ जलाभिषेक किया। मंदाकिनी तट पर दान भी किया। इसके बाद भगवान कामदनाथ दरबार पहुंचकर श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से दर्शन-पूजन किया और फिर कामदगिरि परिक्रमा लगाई। श्रद्धालुओं के जत्थे ढ़ोलक और मजीरे के साथ सीताराम नाम संकीर्तन की धुन गाते हुए परिक्रमा लगाते नजर आए। मुख्यालय कर्वी स्थित पुल घाट में मंदाकिनी स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही। प्रशासन की ओर से कार्तिक पूर्णिमा को देखते हुए प्रमुख चौराहों समेत धर्मनगरी के घाटों व परिक्रमा मार्ग पर करीब डेढ़ दर्जन चिन्हित स्थलों पर पुलिस टीमें लगाई गई थी। रामघाट में पुलिस टीमों ने कोई वाहन नहीं जाने दिया। टेंपो स्टैंड व निर्मोही अखाड़ा गेट के पास से ही वाहनों को रोका गया। सुबह पुलिस अधिकारियों ने भी पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।