Chitrakoot News: सोमनाथ मंदिर में भोलेनाथ तक भक्तों का पहुंचना मुश्किल, ये है वजह

Chitrakoot News: ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर में सावन माह में जिले के कोने-कोने से भक्त भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए आते हैं। लेकिन इस बार उन्हें यहां तक पहुंचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।

Update: 2023-07-02 13:06 GMT

Chitrakoot News: ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर में सावन माह में जिले के कोने-कोने से भक्त भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए आते हैं। लेकिन इस बार उन्हें यहां तक पहुंचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। जिसकी वजह है कि सोमनाथ मंदिर को जाने वाला संपर्क मार्ग पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है।

चित्रकूट के चर गांव से एक किमी पर है ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर

जनपद के चर गांव से मंदिर की दूरी करीब एक किमी है, लेकिन ये रास्ता लोगों के लिए मुश्किल साबित होता जा रहा है। लोगों का कहना है कि ऐतिहासिक मंदिर में साफ-सफाई के लिए एक सफाईकर्मी सावन माह में लगाया जाना चाहिए था। जिससे मंदिर समेत पूरे परिसर में सुबह व शाम साफ-सफाई हो सके। इसके अलावा संपर्क मार्ग में विद्युतीकरण कराया जाना चाहिए था। जिससे श्रद्धालुओं को आने-जाने में कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। लेकिन सावन का महीना आ गया और ऐसा कुछ नहीं हो सका।

प्रशासन के लचर रवैए से श्रद्धालुओं में नाराजगी

मंगलवार से श्रवण मास की शुरुआत हो रही है। इसे भोलेनाथ की भक्ति के महीने के रूप में मनाया जाता है। जिसमें शिवालयों में जलाभिषेक होता है। धर्म नगरी चित्रकूट में देश के कोने-कोने से शिव भक्त जलाभिषेक व कामतानाथ परिक्रमा के लिए आते हैं। ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर चर गांव में दूर-दूर से श्रद्धालु मंदिर में जलाभिषेक करते हैं। शाम को भस्म आरती करते हैं। लेकिन सोमनाथ मंदिर का संपर्क मार्ग पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है। गांव से मंदिर तक के एक किलोमीटर के मार्ग के बीच में लाइट की व्यवस्था ना होने के कारण लोगों को आवागमन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा । प्रधान संघ के जिला अध्यक्ष सुनील शुक्ला ने जिलाधिकारी से मांग की है कि सोमनाथ संपर्क मार्ग की रिपेयरिंग कराई जाए। मंदिर में साफ-सफाई के लिए एक सफाईकर्मी लगाया जाए। साथ ही विद्युत व्यवस्था के लिए मांग की गई है। बावजूद इसके अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने से स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी है।

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