Chitrakoot News: अगरबत्ती की पैकिंग का रोजगार देने पर पाठा में गरीबों से ठगी, चार दबोचे गए

Chitrakoot News: यूपी-एमपी के बार्डर में घनघोर जंगलों और दुर्गम पहाडियों के बीच बसे पाठा के गांवों में रहने वाले गरीबों को बिहार से आए शातिरों ने ठगी का शिकार बना लिया। इन शातिरों ने गरीबों को अगरबत्ती पैकिंग करने का रोजगार देने के नाम पर प्रत्येक व्यक्ति से रजिस्ट्रेशन के तौर पर छह-छह सौ रुपये वसूल लिए।

Update: 2023-12-12 18:41 GMT

चित्रकूट में अगरबत्ती की पैकिंग का रोजगार देने पर पाठा में गरीबों से ठगी, चार दबोचे गए: Photo- Social Media

Chitrakoot News: यूपी-एमपी के बार्डर में घनघोर जंगलों और दुर्गम पहाडियों के बीच बसे पाठा के गांवों में रहने वाले गरीबों को बिहार से आए शातिरों ने ठगी का शिकार बना लिया। इन शातिरों ने गरीबों को अगरबत्ती पैकिंग करने का रोजगार देने के नाम पर प्रत्येक व्यक्ति से रजिस्ट्रेशन के तौर पर छह-छह सौ रुपये वसूल लिए। लेकिन जाने से पहले ग्रामीणों ने शंका होने पर पुलिस को अवगत करा दिया। फलस्वरुप चार लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया। फिलहाल पुलिस ने 135 लोगों को पैसा वापस कराया है।

ग्रामीणों के मुताबिक भरतकूप से ऑटो बुक करने के बाद यह लोग रविवार को छेरिहा, डोडामाफी, टिकरिया, जमुनिहाई आदि गांव पहुंचे। लोगों को अगरबत्ती की पैकिंग करने का रोजगार देने का प्रोजेक्ट समझाया और इसके बाद सोमवार को फिर से आकर भरोसा देकर प्रत्येक व्यक्ति से छह सौ रुपये वसूल लिए। ग्रामीणों की मानें तो 148 लोगों से इन शातिरों ने पैसा वसूल किया है।


पुलिस ने तीनों को दबोच लिया

यह भरोसा दे रहे थे कि उनको रोजगार के लिए तिरपाल मिलेगी और अगरबत्ती के कुछ पैकेट सेंपल के तौर पर दिए जाएंगे। रजिस्ट्रेशन शुल्क के नाम पर लोगों से पैसा वसूला गया। महिलाओं को दो-दो साड़ी मिलने की बात बताई गई। ठगी की शंका होने पर विजय विश्वकर्मा व प्रहलाद विश्वकर्मा ने मारकुंडी थाने में जाकर सूचना दी।

आनन-फानन में पुलिस ने तीनों को दबोच लिया। इनमें श्याम निवासी रीगो थाना सीता मगरहाई बिहार, कमल पासवान निवासी अहमदाबाद बिहार, अनिल रजक व अरविंद रजक निवासी औरंगाबाद बिहार को दबोच लिया। थाना प्रभारी मारकुंडी मनीष कुमार ने बताया कि 135 लोगों का प्रति व्यक्ति छह सौ रुपये के हिसाब से पैसा वापस कराया गया है।

अगरबत्ती के कारोबार का झांसा देकर ग्रामीणों से पैसा वसूला गया था। ग्रामीणों से कार्रवाई के संबंध में पूंछा गया तो कोई तैयार नहीं हुआ। वह केवल अपना पैसा वापस कराने की बात करते रहे। फिर भी पकड़े गए लोगों को थाने में बैठा लिया गया है। इनसे पूछताछ की जा रही है।

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