Chitrakoot News: गोस्वामी तुलसीदास का जन्मोत्सव विश्व स्तर पर मनाए जाने की आवश्यकता: रजनी तिवारी

Chitrakoot News: राज्यमंत्री ने कहा कि "हरि की कथा अनंत है "बिन हरि कृपा मिले नहीं संता" तुलसीदास जी महाराज की कृपा से उनके जन्म महोत्सव में आने का सौभाग्य तीसरी बार मिला है।

Update: 2024-08-04 15:02 GMT

गोस्वामी तुलसीदास का जन्मोत्सव विश्व स्तर पर मनाए जाने की आवश्यकता: रजनी तिवारी: Photo- Newstrack

Chitrakoot News: भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त रहे श्रीरामचरित मानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास का उनकी जन्मस्थली राजापुर में पिछले कई दिन से जन्म महोत्सव कार्यक्रम मनाया जा रहा है। कार्यक्रम के दूसरे दिन रविवार को श्रीरामचरितमानस के नवान्ह पारायण पाठ के दौरान प्रदेश सरकार की उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी भी पहुंची। उन्होंने साधु संतों व भक्तों के बीच बैठकर मानस की चौपाइयां पढ़ी।

रामचरित मानस समाज को जीने के लिए एक आदर्श

राज्यमंत्री ने गोस्वामी तुलसीदास की रचित श्रीरामचरितमानस को नमन करते हुए दर्शन किया। कहा कि "रामचरित मानस समाज को जीने के लिए एक आदर्श के रूप में महा ग्रंथ है। तुलसी जन्म महोत्सव के अवसर पर बिन गुरुकृपा के अवसर नहीं प्राप्त होता है।


कहा कि "हरि की कथा अनंत है "बिन हरि कृपा मिले नहीं संता" तुलसीदास जी महाराज की कृपा से उनके जन्म महोत्सव में आने का सौभाग्य तीसरी बार मिला है। तुलसी जन्मोत्सव प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश और विश्व में इसी प्रकार से मनाने की आवश्यकता है। इस दौरान सन्त रामदास व राजेंद्र पांडेय ने उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी से कहा कि दो बार के आगमन पर यही समस्या रखी गई थी।"


इस बार भी इसी समस्या से अवगत करा रहे है कि तुलसी जन्मकुटीर से लगा राजकीय संस्कृत महाविद्यालय पिछले कई वर्षों से कागजों पर चल रहा है। महाविद्यालय भवन, छात्रावास शासन व प्रशासन की उपेक्षा के चलते खंडहर में तब्दील होता जा रहा है। देववाणी संस्कृत की पढ़ाई से छात्र छात्राएं वंचित हो रहे हैं। महाविद्यालय में समुचित व्यवस्थाओं की मांग किया है। जिस पर राज्यमंत्री ने भरोसा दिया है कि प्रकरण की गंभीरता से जांच कराकर महाविद्यालय की कमियों को दूर किया जाएगा। समाज सेवी सुनील मिश्रा व सतीश मिश्रा ने मंत्री को बताया कि 30 से 40 किमी की दूरी पर कोई राजकीय बालिका महाविद्यालय नहीं हैं।


गरीब तपके के लोग उच्च शिक्षा से वंचित

क्षेत्र के गरीब तपके के लोग उच्च शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। स्वयंसेवी महाविद्यालयों की भारी भरकम फीस होने के कारण इंटरमीडिएट के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। राज्यमंत्री ने कहा कि राजकीय बालिका महाविद्यालय के लिए भूमि की व्यवस्था करा प्रस्ताव भेजने के लिए एसडीएम को निर्देश दिए। इस दौरान राजेन्द्र पांडेय बनारस, उमेश सोनी, अशोक सोनी, शंकर दयाल जायसवाल, सुरेश जायसवाल, राजेश केशरवानी, अनिल गुप्ता, भरतलाल जायसवाल, राधेश्याम सोनी आदि मौजूद रहे।

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