Chitrakoot News: बुंदेलखंड गौरव महोत्सव में विस्फोट के बाद हालात तनावपूर्ण, पुलिस छावनी में तब्दील हुआ मुख्यालय
Chitrakoot News: सीआईसी परिसर में आयोजित बुंदेलखंड गौरव महोत्सव में होने वाली आतिशबाजी के पहले ही विस्फोट के दौरान चार किशोर की मौत होने के बाद धर्म नगरी चित्रकूट में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
Chitrakoot News: सीआईसी परिसर में आयोजित बुंदेलखंड गौरव महोत्सव में होने वाली आतिशबाजी के पहले ही विस्फोट के दौरान चार किशोर की मौत होने के बाद धर्म नगरी चित्रकूट में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। जिला प्रशासन ने हालात को देखते हुए शहर में गली और चौराहों तक पुलिस टीम तैनात कर दी हैं। स्थानीय थानों के अलावा दूसरे जनपदों से भी पुलिस बल बुलाया गया है। भारी मात्रा में पीएसी की भी तैनाती की गयी है। जिला अस्पताल से लेकर पोस्टमार्टम हाउस तक पुलिस छावनी बना हुआ है। पुलिस अधिकारियों की गाड़ियां मुख्यालय में दौड़ लगा रही हैं। अधिकारी हालात पर नजर रखे हुए हैं खुफिया तंत्र को भी सक्रिय किया गया है।
मुख्यालय पर हालात तनावपूर्ण
एक दिन पहले बुधवार को दोपहर बाद करीब तीन बजे आतिशबाजी के लिए लगाए गए पटाखे में विस्फोट होने से चार किशोर की मौत हुई है। यह सभी मुख्यालय कर्वी माफी के रहने वाले हैं। इनमें दो के शव का पोस्टमार्टम यहीं पर हो रहा है। जबकि दो घायलों की मौत प्रयागराज ले जाते समय रास्ते में हो गयी। इसलिए दोनों युवकों का पोस्टमार्टम प्रयागराज में कराया जा रहा है। घटना के बाद से ही मुख्यालय पर हालात तनावपूर्ण बना हुआ हैं। देर रात एडीजी जोन प्रयागराज भानु भास्कर भी जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने डीआईजी चित्रकूट धाम मंडल अजय सिंह, डीएम अभिषेक आनंद व एसपी अरुण सिंह से घटना की पूरी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने एडीजी की अगुवाई में ही जांच टीम का गठन किया है। जिला अस्पताल में रात से ही परिजनों की भीड़ जुटने लगी थी।
गुरुवार सुबह काफी संख्या में जिला अस्पताल व पोस्टमार्टम हाउस में परिजनों के अलावा मोहल्ले के लोग जुट गए। इस घटना में चार किशोर की हुई मौत को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है। इसमें लोग प्रशासन पर लापरवाही का आरोप भी लगा रहे हैं। आक्रोश को देखते हुए कर्बी माफी के अलावा मुख्यालय के अन्य मार्गो व प्रमुख चौराहों पर प्रशासन ने पुलिस टीम में लगाई है। माहौल की जानकारी करने के लिए खुफिया तंत्र को भी सतर्क किया गया है। घटनास्थल सीआईसी परिसर के मुख्य गेट से ही पुलिस फोर्स लगाया गया है। परिसर को प्रशासन ने घटना के बाद से ही सील कर रखा है। गुरुवार को सुबह कई फॉरेंसिक टीम में जांच के लिए मुख्यालय पहुंची हैं। इधर डीएम अभिषेक आनंद व एसपी अरुण सिंह भारी पुलिस बल के साथ जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने परिजनों को भरोसा देकर शांत कराया कि प्रशासन जांच कर रहा है और इस मामले में सख्त कार्यवाही की जाएगी। लापरवाही करने वाले किसी भी हालत में बक्से नहीं जाएंगे।
परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
परिजन इस विस्फोट में कुछ अधिकारियों की लापरवाही बताते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की मांग करते रहे। काफी समझाने के बाद जिला अस्पताल की मर्चरी में रखें एक किशोर के शव को पंचनामा कर पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया। इधर सदर विधायक अनिल प्रधान भी जिला अस्पताल पहुंचे और परिजनों से घटना की जानकारी ली। मौजूद डीएम एसपी से वार्ता की। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन की लापरवाही से चारों किशोर की जान गई हैं। इस मामले की अच्छी तरह से उच्चस्तरीय जांच कर कार्रवाई की जाए। इसके अलावा प्रत्येक मृतक परिजनों को 25-25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।