कुंभ: 600 रू मजदूरी- सफाई कर्मियों ने मेला प्राधिकरण कार्यालय पर दिया धरना
दिव्य कुंभ भव्य कुंभ का नारा देते हुए सरकार ने 45 सौ करोड़ रूपए से अधिक की धनराशि भले ही खर्च कर दी हो लेकिन स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य कर्मचारियों से 8 घण्टे की मजदूरी में 12 घण्टे से अधिक काम कराया जा रहा है। इसी को लेकर शनिवार को सुबह 6 बजे से भारी संख्या में सफाई कर्मचारी झाड़ू लेकर मेला प्राधिकरण कार्यालय पर धरने पर बैठ गए।
आशीष पाण्डेय
कुंभ नगर: दिव्य कुंभ भव्य कुंभ का नारा देते हुए सरकार ने 45 सौ करोड़ रूपए से अधिक की धनराशि भले ही खर्च कर दी हो लेकिन स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य कर्मचारियों से 8 घण्टे की मजदूरी में 12 घण्टे से अधिक काम कराया जा रहा है। इसी को लेकर शनिवार को सुबह 6 बजे से भारी संख्या में सफाई कर्मचारी झाड़ू लेकर मेला प्राधिकरण कार्यालय पर धरने पर बैठ गए।
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मेला प्राधिकरण पर भारी संख्या में धरने पर बैठे सफाई कर्मियों की सूचना पर मेलाधिकारी समेत विभागीय आलाधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। धरना दे रहे कर्मचारियों की अगुवाई कर रहे अविनाश मिश्रा ट्रेड यूनियन लीडर सी.आई.टी.यू. ने आरोप लगाया कि मेले के नाम पर 4500 करोड़ रूपए से अधिक की धनराशि खर्च कर दी गई लेकिन मेले की स्वच्छता को चुश्त दुरूश्त रखने के लिए 24 हजार सफाई कर्मियों को तैनात किया गया है जिनका शोषण किया जा रहा है। मेले में सफाई कर्मियों को न्यूतम 600 रूपए मजदूरी और वह सीधे नगद तौर पर दी जाए, सफाई कर्मियों को रहने के लिए साफ सुथरी जगह पर प्रत्येक गैंग को 6 टेंट आवंटित हों, दुर्घटना बीमा कराया जाए।
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इसी मांग के साथ गोरेलाल, मुन्ना, राजेश प्रसाद, रितेश विद्यार्थी, राजेश, सुनील सहित पांच दर्जन से अधिक सफाई कर्मी मय झाड़ू धरने पर डटे रहे। पांच घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद मेलाधिकारी ने शासन को उनकी मांग भेजने का आश्वासन देकर धरने को समाप्त कराया।