विस्तार के बाद नए अंदाज में नजर आए सीएम योगी, अधिकारियों को लगाई फटकार
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद योगी आदित्यनाथ फुलफॉर्म में हैं। गुरुवार को वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचें। पुलिस लाइन में उतरते ही उनका काफिला सर्किट हाउस पहुंचा जहां उन्होंने जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान योगी के तेवर चढ़े-चढ़े दिखें।
वाराणसी: मंत्रिमंडल विस्तार के बाद योगी आदित्यनाथ फुलफॉर्म में हैं। गुरुवार को वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचें। पुलिस लाइन में उतरते ही उनका काफिला सर्किट हाउस पहुंचा जहां उन्होंने जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान योगी के तेवर चढ़े-चढ़े दिखें। उन्होंने विकास कार्यों में हो रही लापरवाही पर अधिकारियों को फटकार लगाई और अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अधूरे कामों को जल्द पूरा करें। यही नहीं खराब कानून-व्यवस्था पर भी उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निशाने पर लिया।
ये भी देखें:कुछ भयानक होगा: चोरी-छिपे घुसे 6 आतंकी, तुरंत जारी हुआ हाई अलर्ट
लापरवाह ठेकेदारों पर एफआईआर दर्ज करने का दिया आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ और कड़े शब्दों में हिदायत दी कि विकास कार्य समयबद्ध और गुणवत्ता से हो। जिसमें विलंब होता है और आमजन को परेशानी आती है, तो संबंधित कार्यदाई संस्था और ठेकेदार दोनों के खिलाफ एफआईआर कर कार्रवाई होगी। ठेका लेकर कार्य नहीं करने वाले ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट के साथ एफआईआर की जाएगी। उन्होंने कहा कि वाराणसी में काम करने का अवसर एक बड़ा सौभाग्य है, इसे जिम्मेदारी से करें। वाराणसी में दुनिया आती है। यहां की गतिविधि विश्व में तेजी से फैलती है।
ये भी देखें:कुछ भयानक होगा: चोरी-छिपे घुसे 6 आतंकी, तुरंत जारी हुआ हाई अलर्ट
गंगा सफाई पर अधिकारियों को लगाई फटकार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाही नाला की सफाई और अन्य सीवर संबंधी कार्यों में गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई द्वारा कार्यों में अपेक्षित तेजी न लाए जाने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए महाप्रबंधक गंगा प्रदूषण एस0के0राय को जमकर फटकार लगाते हुए युद्धस्तर पर कार्य में तेजी लाए जाने का निर्देश दिया।
उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि अगले सप्ताह प्रमुख सचिव नगर विकास वाराणसी आएंगे और यहां पर नमामि गंगे, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई विभिन्न परियोजनाओं में आ रही समस्याओं को परखेंगे और संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर समन्वय स्थापित करा कर समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कराएंगे। ताकि शाही नाला की सफाई, सीवरेज निर्माण कार्य आदि के कार्यों में अपेक्षित तेजी आ सके।