CM Yogi Visit Delhi: फीडबैक रिपोर्ट के साथ योगी का दिल्ली दौरा,PM मोदी समेत अन्य शीर्ष नेताओं से मुलाकात पर सबकी निगाहें
CM Yogi Visit Delhi: नीति आयोग की शनिवार को होने वाली बैठक में हिस्सा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आज शाम को ही राजधानी दिल्ली पहुंच जाएंगे।
CM Yogi Visit Delhi: उत्तर प्रदेश में चल रही सियासी खींचतान के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिल्ली यात्रा पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं। नीति आयोग की शनिवार को होने वाली बैठक में हिस्सा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आज शाम को ही राजधानी दिल्ली पहुंच जाएंगे। योगी की दिल्ली यात्रा को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इस बार उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं से भी मुलाकात होने वाली है।
जानकारों का कहना है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के दौरान योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में पार्टी के लिए आए खराब नतीजे पर अपना पक्ष रखेंगे। उल्लेखनीय बात यह है कि लोकसभा के चुनाव नतीजे में मिले झटके के बाद योगी आदित्यनाथ लगातार सक्रिय बने हुए हैं। उन्होंने हार के कारणों पर पार्टी के करीब 200 नेताओं के साथ मंथन किया है। इस दौरान उन्होंने यह जानने का प्रयास किया कि आखिरकार भाजपा को इतनी कम सीटें क्यों मिलीं। अब इस फीडबैक के साथ योगी दिल्ली दौरे पर पहुंच रहे हैं।
जनप्रतिनिधियों के साथ योगी का मंथन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल के दिनों में प्रदेश के विभिन्न इलाकों में सांसदों और विधायकों के साथ ही संगठन के पदाधिकारियों से भी विस्तृत चर्चा की है। योगी ने उत्तर प्रदेश में बीजेपी की हार के कारणों पर विस्तृत मंथन किया है। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भी पार्टी नेताओं और संगठन के पदाधिकारियों से चर्चा की है।
पार्टी नेताओं से लगातार चर्चा करके योगी ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि सरकार और संगठन के बीच दूरियां नहीं हैं और दोनों के बीच सहमति बनी हुई है। इसके साथ ही योगी ने लखनऊ स्थित अपने आवास पर भी हाल के दिनों में कई जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की है। इसके साथ ही उन्होंने कई इलाकों में जाकर भी जनप्रतिनिधियों से चर्चा की है।
फीडबैक रिपोर्ट के साथ शीर्ष नेताओं से मिलेंगे योगी
इन मुलाकातों के दौरान योगी आदित्यनाथ ने यह भी जानने का प्रयास किया कि आखिरकार प्रदेश में भाजपा को अपेक्षा के अनुरूप नतीजा क्यों नहीं हासिल हो सका। उत्तर प्रदेश में लगे बड़े सियासी झटके के कारण ही इस बार भाजपा बहुमत का आंकड़ा नहीं हासिल कर सकी।
तमाम सांसदों और विधायकों से चर्चा के बाद एक फीडबैक रिपोर्ट भी तैयार की गई है और माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से इस रिपोर्ट पर चर्चा करेंगे। भाजपा की ओर से गठित एक समिति ने भी हार के कारणों पर एक रिपोर्ट तैयार की है।
केशव के बयान के बाद सियासी माहौल गरम
योगी आदित्यनाथ का दिल्ली दौरा सियासी नजरिए से इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश सरकार में चल रही खींचतान को लेकर विपक्ष भी तंज कसता रहा है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने तो डिप्टी सीएम केशव मौर्य को मानसून ऑफर तक दे दिया था।
भाजपा कार्यसमिति की 14 जुलाई की बैठक के दौरान केशव मौर्य ने संगठन को सरकार से बड़ा बताकर एक नई बहस को जन्म दे दिया है। इसके बाद से ही सियासी हलकों में यह चर्चा काफी जोरों पर सुनी जा रही है कि उत्तर प्रदेश में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है।
केशव और भूपेंद्र के बाद योगी का दिल्ली दौरा
पिछले दिनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य दिल्ली पहुंचे थे और इस दौरान उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात की थी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी नड्डा के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। भूपेंद्र चौधरी ने उत्तर प्रदेश में भाजपा के हार के कारणों पर अपनी सफाई भी पेश की थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश में भाजपा को मिली हार की नैतिक जिम्मेदारी भी ली थी।
ऐसे में अब योगी का दिल्ली दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सबकी निगाहें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच होने वाली मुलाकात पर लगी हुई हैं। सियासी जानकारों का कहना है कि इस दौरे के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को बदला जा सकता है। इसके साथ ही सरकार और संगठन में भी बड़े फेरबदल की संभावना जताई जा रही है।