CM Yogi: महिला सुरक्षा पर सीएम योगी का बयान, जानिए लव जिहाद और ईव टीजिंग पर कौन होगा जवाबदेही
CM Yogi: सीएम योगी ने महिला सुरक्षा पर बात करते हुए कहा कि लव जिहाद, ईव टीजिंग और चेन स्नेचिंग की घटना होने पर बीट सिपाही से लेकर डिप्टी एसपी तक की जवाबदेही तय की जाएगी।
CM Yogi: रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। लव जिहाद, चेन स्नेचिंग, ईव टीजिंग होने पर तुरंत कार्रवाई हो। महिला पुलिस बीट अधिकारी एक्टिव रहें। पेट्रोलिंग जारी रखें। ऐसी घटनाओं पर बीट सिपाही से लेकर डिप्टी एसपी तक की जवाबदेही तय होगी। जोन और रेंज स्तर द्वारा भी अधिकारियों की कार्यशैली की समीक्षा की जाए। सभी पुलिस कमिश्नर हर दिन डीजीपी को अपना रिपोर्ट देंगे।
माहौल ख़राब करने वालो पर सख्त कार्रवाई
सीएम योगी ने कहा कि पिछले कई सालों में प्रदेश में सारे त्यौहार शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न हुए हैं। आगे आने वाले समय में बारावफात, अनंत चतुदर्शी के बाद पितृ पक्ष है। वहीं 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र, विजयादशमी है। यह बेहद संवेदनशील है, लिहाजा हमें सतर्क एवं सावधान रहना होगा। इस दौरान शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ कड़ाई से पेश आएं। वहीँ जो लोग माहौल खराब करने में दोषी पाए जाये उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई हो।
सुरक्षा बढ़ाने के दिए आदेश
अपने बयान में सीएम योगी ने कहा कि पिछले अनुभवों को देखकर आने वाले त्यौहार सीजन में सुरक्षा बढ़ाई जाए। कहीं भी सड़क किनारे बाइक, कार, टैक्सी की पार्किंग न हो। स्ट्रीट वेंडरों का व्यवस्थापन कराएं। अवैध टैक्सी स्टैंडों पर कार्रवाई जारी रहे। इस दौरान शासन स्तर के अधिकारियों के साथ सभी मंडलायुक्त, पुलिस कमिश्नर, डीएम, एसपी और जिलों में फील्ड में तैनात अधिकारी मौजूद रहेंगे। रेल दुर्घटना को लेकर उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर विषय है। जोन और रेंज स्तर के पुलिस अधिकारी अपने क्षेत्र के जीआरपी और आरपीएफ बल के साथ लगातार संपर्क बनाए रखें। इंटेलिजेंस बढ़ाएं और इस बड़ी साजिश में शामिल अराजक तत्वों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।
हर महीने मंत्री करेंगे जिले में दौरा
सीएम योगी ने कहा कि हर महीने जिलों में तैनात प्रभारी मंत्रियों का दौरा किया जायेगा। जिलों में कोर कमेटी भी गठित की गई है। दौरे के समय सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहेंगे। मंत्री के निर्देशों का अनुपालन किया जाये। डीएम और पुलिस कप्तान अपने जिले के प्रभारी मंत्री से संवाद-संपर्क बनाए रखें।