PM को 'रिटर्न गिफ़्ट' में उनके सपनों की काशी और साफ़ गंगा देना चाहते हैं CM, बुलाई बैठक
मुख्यमंत्री योगी जहां प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र को उनके सपनों का नगर बना कर उनको रिटर्न गिफ़्ट देना चाहते हैं वहीं काशी की जनता को यह संदेश भी, कि सारा काम राज्य सरकार की उपेक्षा के कारण रुका हुआ था।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'रिटर्न गिफ़्ट' में उनके सपनों की काशी देना चाहते हैं। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अब काशी के विकास कार्यों की समीक्षा ख़ुद कर रहे हैं। 4 अप्रैल को उन्होंने वाराणसी के विकास से जुड़े हर अफ़सर को तलब कर लिया है।
किस किस को बुलाया है बैठक में
मुख्यमंत्री योगी ने छोटे से बड़े हर ऐसे अफ़सर को बुलाया है जिसका वाराणसी के विकास से वास्ता है। मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव ऊर्जा, सिंचाई, नगर विकास, पर्यटन, आवास एवं शहरी नियोजन और लोक निर्माण को बुलाया है। इन विभागों के सचिव भी बुलाए गए हैं। इसके अलावा मंडलायुक्त वाराणसी, वाइस चेयरमैन वाराणसी विकास प्राधिकरण और गंगा सफ़ाई से जुड़े अधिकारियों को बुलाया गया है।
कैबिनेट से पहले है यह बैठक क्यों है ख़ास
पहली कैबिनेट से पहले बुलाई गई इस बैठक के कई मायने हैं। इस बैठक के ज़रिए जहां मुख्यमंत्री अधिकारियों को बताना चाहते हैं कि इस बैठक की अहमियत उनके लिए क्या है वहीं इसके कई राजनीतिक मायने हैं। मुख्यमंत्री योगी जहां प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र को उनके सपनों का नगर बना कर उनको रिटर्न गिफ़्ट देना चाहते हैं वहीं काशी की जनता को यह संदेश भी, कि सारा काम राज्य सरकार की उपेक्षा के कारण रुका हुआ था।