अदिति सिंह का गांधी परिवार पर गंभीर आरोप, कहा- कमला नेहरू ट्रस्ट की जांच हो

कांग्रेस से सदर विधायक अदिति सिंह ने गांधी परिवार पर दलितों और मुस्लिमों की जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। उन्होंने आज ट्वीट कर कहा कि बालिकाओं की शिक्षा के नाम पर जमीन ली गई लेकिन अब उसे बेचने की फिराक में है।

Update:2020-11-03 08:49 IST
कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने गांधी परिवार के खिलाफ खोला माेर्चा, EOW को लिखा पत्र

रायबरेली: दो नवम्बर कांग्रेस से सदर विधायक अदिति सिंह ने गांधी परिवार पर दलितों और मुस्लिमों की जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। उन्होंने आज ट्वीट कर कहा कि बालिकाओं की शिक्षा के नाम पर जमीन ली गई लेकिन अब उसे बेचने की फिराक में है। उन्होंने कमला नेहरू ट्रस्ट द्वारा फर्जीवाड़ा करने पर जांच की मांग की और कहा कि एक फर्जी ट्रस्ट बनाकर 112 परिवारों की जमीन कब्ज़ा किया गया है।

अदिति सिंह ने EOW को लिखा पत्र

सदर विधायक अदिति सिंह ने इस पूरे मामले की जांच के लिए डीजी (ई डब्लू) को पत्र लिखा है। अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि कई वर्षों से कमला नेहरू एजुकेशन सोसायटी ट्रस्ट का कार्य संतोषजनक नही है। ट्रस्ट की व्यवासियक और आर्थिक गतिविधियों में काफी अनियमितता हैं। ट्रस्ट अपनी कार्यशैली से आम जनमानस को प्रताड़ित करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रस्ट पूरी तरह से फर्जी है। जिसकी पूरी जांच होनी चाहिये।

30 साल के लिए लीज पर मिली थी जमीन

उल्लेखनीय है कि 1976 में रायबरेली के सिविल लाइन्स एरिया में करीब 5 बीघे जमीन कमला नेहरू एजुकेशनल ट्रस्ट को 30 साल के लिए लीज पर मिली थी। जिसमें बालिकाओं के लिए स्कूल खोलने जैसी कई सामाजिक कार्य ट्रस्ट को करने थे।बावजूद इसके इस जमीन पर कुछ भी नही हुआ।ट्रस्ट में उस समय कांग्रेस नेता उमाशंकर दीक्षित,पूर्व मंत्री बैजनाथ कुरील,इंदिरा गांधी के प्रतिनिधि यशपाल कपूर व शीला कौल भी थी।

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शीला कौल कांग्रेस की वरिष्ठ नेता थी व राज्यपाल व कैबिनेट मंत्री रह चुकी थी।शीला कौल गांधी परिवार से सीधे रिश्ते में थी और इंदिरा गांधी की मौसी थी। 2003 में इस जमीन को फ्री होल्ड कराते हुए ट्रस्ट के पक्ष में बैनामा करा लिया गया।2011 में ट्रस्ट द्वारा इस जमीन का एग्रीमेंट दस्यु सरगना ददुआ के छोटे भाई बालकुमार पटेल और उनके परिजनों के नाम कर दिया गया।हालांकि 23 मार्च 2019 को इस बैनामे को जिलाधिकारी नेहा शर्मा द्वारा ख़ारिज कर दिया गया।तब से ट्रस्ट द्वारा इस महत्वपूर्ण जमीन को एग्रीमेंट करने का प्रयास किया जा रहा है।

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अदिति सिंह के पत्र से फिर गरमाया मामला

कुछ समय पहले भी अगस्त में इसको लेकर काफी बवाल हुआ था जब इस पर काबिज़ दुकानदारों ने आवाज उठाई थी और इस मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में लाने के बाद मामला दब गया रायबरेली के एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह द्वारा जमीन खाली कराने को लेकर फिर कमर कसी है। सदर विधायक अदिति सिंह के पत्र से एक बार फिर यह मामला गरमा गया है जिसकी जांच के बाद कई चौकाने वाले तथ्य उजागर होंगे। अब देखना है कि कमला नेहरू ट्रस्ट की जमीन खाली होती है कि रायबरेली की राजनीती का शिकार होती है।

रिपोर्ट: नरेन्द्र सिंह रायबरेली

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