Sonbhadra: अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेसियों ने किया सत्याग्रह, युवाओं का भविष्य बर्बाद करने का लगाया आरोप
अगुवाई करे चतरा ब्लॉक अध्यक्ष एवं पूर्व जिला महामंत्री निगम मिश्रा ने कहा कि मोदी सरकार युवाओं के भविष्य बर्बाद करने और पूंजीपतियों को अप्रत्यक्ष लाभ पहुंचाने के उद्देश्य अग्निपथ योजना को लागू किया है।
Congress Protest in Sonbhadra: सेना में अग्निवीरों के भर्ती के लिए शुरू की गई अग्निपथ योजना का कांग्रेसियों की तरफ से विरोध जारी है। इस मामले को लेकर सोमवार को कांग्रेसजनों ने सदर तहसील परिसर में सत्याग्रह किया और इसे युवाओं का भविष्य बर्बाद करने वाली योजना बताते हुए, केंद्र सरकार से, इस योजना को वापस लेने की मांग की। इस योजना के जरिए सेना के सम्मान और स्वाभिमान को दरकिनार करने की कोशिश का भी आरोप लगाया।
अगुवाई करे चतरा ब्लॉक अध्यक्ष एवं पूर्व जिला महामंत्री निगम मिश्रा ने कहा कि मोदी सरकार युवाओं के भविष्य बर्बाद करने और पूंजीपतियों को अप्रत्यक्ष लाभ पहुंचाने के उद्देश्य अग्निपथ योजना को लागू किया है। इस योजना को लाने से पहले, किसी भी विपक्षी दल से कोई चर्चा नहीं की गई नहीं सदन में कोई चर्चा हुई। यह योजना जब से लांच हुई है, तब से युवा सड़कों पर उतर कर विरोध दर्ज करा रहे हैं।
युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव एवं अधिवक्ता धीरज पांडेय ने कहा कि भाजपा सरकार की अब तक जितनी भी योजनाएं सामने आई हैं, वह जनता के हित में कम, पूंजीपतियों के हक में ज्यादा लाभकारी साबित हुई। कहा कि जीएसटी ने महंगाई की रफ्तार बढ़ाई। नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी। कृषि कानून ने कई किसानों की जिंदगियां छिन ली। वहीं अग्निपथ योजना ने युवाओं को सड़क पर उतरकर आक्रोश का इजहार करने के लिए विवश कर दिया। बगैर संसद और विपक्षी दलों से चर्चा किए, लागू की जा रही योजनाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि बढ़ती महंगाई-बेरोजगारी से भाजपा सरकार डरी हुई है। इसीलिए प्रयोग पर प्रयोग कर रही है।
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष आकाश वर्मा, सदर ब्लॉक अध्यक्ष सदर अमरेश देव पांडेय, सेवादल के नेता मृदुल मिश्रा ने कहा कि अग्निपथ योजना के संबंध में भाजपा नेताओं की तरफ से भी आक्रोश भड़काने वाली बयानबाजी की जा रही है, जो न तो युवाओं के हित में है, न ही देश के हित में। पूर्व जिला महामंत्री मोहरमणि पाठक, रामानंद पांडेय ने कहा अग्निपथ नीति किसी की समझ में नहीं आ रही है। युवा इसको लेकर संशय में है। यह पहली सरकार है नौकरी से ज्यादा, सेवानिवृत्ति के फायदे गिना रही है। इससे यह साबित है कि इस सरकार के नीति और नियत में खोट है।
दयाशंकर देव पांडेय, विमला मौर्य, रामानंद पांडेय, प्रमोद पांडेय दीपू, नागेंद्र पांडेय, वंशीधर पांडेय, अनिल मिश्रा एडवोकेट, प्रांजल श्रीवास्तव, दिनेश धर द्विवेदी, आरपी चौधरी, कमलेश पटेल, कमलेश कहार, सलीम खान, सुरेश विश्कर्मा, प्रिंस पाठक, राजू सोनी,अनुज अवस्थी, विमला भारती, स्वामी अरविंद सिंह, चंद किशोर पांडये, अशोक त्रिपाठी एडवोकेट, आशीष पांडेय, आशुतोष पांडे, सुजीत मिश्रा, आशुतोष दुबे ने भी अग्निपथ योजना के जरिए महज चार साल की नौकरी देने पर सवाल उठाए और इसे लागू करते हुए, सेना में भर्ती की दीर्घ नीति लागू करने की मांग की।