उत्तर प्रदेश में मंगलवार से पूरे प्रदेश में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन

प्रदेश में 1 जून से सभी 75 जिलों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के वैक्सीनेशन का कार्य शुरू किया जा रहा है ।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Monika
Update:2021-05-31 21:48 IST

कोरोना वैक्सीन (फोटो: न्यूज़ट्रैक )

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मंगलवार 1 जून से प्रदेश के सभी 75 जिलों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के वैक्सीनेशन का कार्य शुरू किया जा रहा है । इसके साथ ही प्रत्येक जनपद में 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के अभिभावकों के वैक्सीनेशन के लिए 'अभिभावक स्पेशल बूथ' भी चलाए जाएंगे। अब तक प्रदेश में एक करोड़ 80 लाख 8 हजार 604 वैक्सीन की डोज एडमिनिस्टर की गई है।

इसकी तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जिला अस्पतालों तथा सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सा कर्मी निर्धारित यूनिफॉर्म में रहें, पोशाक पर नेम प्लेट भी लगी होनी चाहिए। सभी जनपदों में उपलब्ध वेंटिलेटर कार्यशील अवस्था में रहें। खराब वेंटिलेटर की तुरन्त मरम्मत कराकर उन्हें चलाया जाए। जिन वेंटीलेटर की मरम्मत सम्भव नहीं है, उन्हें रिप्लेस किया जाए। वेंटिलेटर के संचालन के लिए आईटीआई में उपलब्ध टेक्नीशियन की ट्रेनिंग करा कर तैनाती दी जाए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला अस्पताल तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पीकू और नीकू की स्थापना की कार्यवाही तेजी से आगे बढ़ाई जाए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन के लिए स्थापित सभीकेन्द्र निरंतर संचालित रहने चाहिए। कोविड वैक्सीनेशन जीरो वेस्टेज को ध्यान में रखकर की जाए। वैक्सीनेशन की कार्रवाई व्यवस्थित ढंग से की जानी चाहिए। वैक्सीनेशन सेंटर पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन आवश्यक रूप से हो। उन्होंने कहा कि भीड़-भाड़ से बचने के लिए वेटिंग एरिया तथा ऑब्जरवेशन एरिया की व्यवस्था अवश्य होनी चाहिए। उन लोगों को ही वैक्सीनेशन सेंटर पर बुलाया जाए, जिनका वैक्सीनेशन किया जाना है।

सैनिटाइजेशन (फोटो: न्यूज़ट्रैक )

स्वच्छता, सैनिटाइजेशन एवं फॉगिंग

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फॉगिंग की कार्यवाही युद्ध स्तर पर जारी रखी जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर तथा घनी आबादी के क्षेत्रों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन एवं फॉगिंग का विशेष अभियान संचालित किया जाए। इसी प्रकार सभी नगर निकायों में भी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर पर स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग का कार्य कराया जाए। जल-जमाव को रोकने के लिए नाले व नालियों की सफाई करा ली जाए। व्यापक रूप से स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन के कार्य हेतु फायर ब्रिगेड तथा गन्ना विभाग के वाहनों एवं मशीनों का उपयोग किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में एथेनॉल प्लांट की स्थापना सिंगल विण्डो प्रणाली पर आधारित ऑनलाइन व्यवस्था विकसित की जाए। विगत 24 घण्टों में राज्य में 465 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है। अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों तथा रीफिलर्स के पास पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन बैकअप उपलब्ध है। होम आइसोलेशन के मरीजों में ऑक्सीजन की डिमांड में कमी आयी है।

सभी गेहूं क्रय केन्द्र कार्यशील रहे

उधर प्रदेश रही गेंहू खरीद पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी गेहूं क्रय केन्द्र कार्यशील रहे। किसानों को अपनी उपज के विक्रय में कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। गेहूं की सुचारू ढंग से खरीद के लिए बोरे आदि की पर्याप्त व्यवस्था रहनी चाहिए। एमएसपी के तहत खरीदे गए गेहूं के रखरखाव की बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे बारिश की वजह से कोई नुकसान ना पहुंचे। एमएसपी के अन्तर्गत गेहूं खरीद तथा राशन की दुकानों से खाद्यान्न वितरण में कोविड प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन किया जाए।

Tags:    

Similar News