कोरोना से जंग: गोरखपुर से पूरी होगी पूर्वांचल की ऑक्सीजन की डिमांड, दोगुना हुआ उत्पादन

मोदी केमिकल्स, आरके ऑक्सीजन व अन्नपूर्णा एयर गैसेज के प्लांट में कुल उत्पादन की क्षमता अप्रैल माह से चार गुना हो गया है

Reporter :  Purnima Srivastava
Published By :  Ashiki
Update: 2021-05-24 14:45 GMT

मोदी केमिकल में ऑक्सीजन का उत्पादन (Photo-Social Media)

गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जिला गोरखपुर प्राणवायु यानी ऑक्सीजन उत्पादन के मामले में आतनिर्भरता से भी आगे बढ़ चुका है। पिछले एक सप्ताह से यहां ऑक्सीजन की उपलब्धता मांग के सापेक्ष दोगुनी बनी हुई है। सोमवार को जिले में ऑक्सीजन की डिमांड 2500 डी टाइप सिलेंडर (जम्बो सिलेंडर) की रही जबकि उत्पादन या उपलब्धता 5500 जम्बो सिलेंडर की। आने वाले दिनों में जिले में कई कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लग जाएंगे तो गोरखपुर के उत्पादन से पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश में कभी ऑक्सीजन की किल्लत नहीं रह जाएगी।

कोरोना के सेकंड वेब में संक्रमण की गंभीरता से सर्वाधिक मांग अस्पतालों में भर्ती और होम आइसोलेशन के मरीजों में ऑक्सीजन की रही। अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह में गोरखपुर में प्रतिदिन दो हजार सिलेंडर ऑक्सीजन की उपलब्धता हो पा ही रही थी। तब गीडा की दो फैक्ट्रियों मोदी केमिकल्स और आरके ऑक्सीजन में ही उत्पादन हो पा रहा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ऑक्सीजन उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रशासन ने गीडा में बंद पड़ी एक फैक्ट्री अन्नपूर्णा एयर गैसेज को कड़ी मशक्कत के बाद चालू करा दिया है।

8000 सिलेंडर की उत्पादन क्षमता हुई

वर्तमान में मोदी केमिकल्स के दो तथा आरके ऑक्सीजन व अन्नपूर्णा एयर गैसेज के एक-एक प्लांट (तीन फैक्ट्रियों में चार प्लांट) में कुल उत्पादन की क्षमता अप्रैल माह से चार गुना बढ़कर प्रतिदिन 8000 सिलेंडर हो गया है। कोविड नियंत्रण कार्य मे ऑक्सीजन प्रभारी की भूमिका निभा रहे डॉ मुस्तफा खान बताते हैं कि जिले में करीब एक सप्ताह से ऑक्सीजन का उत्पादन मांग से दोगुना है। औसतन दो हजार से पच्चीस सौ जम्बो सिलेंडर के आसपास की डिमांड बनी हुई है जबकि उत्पादन औसतन पचपन सौ जम्बो सिलेंडर का है।

200 बेड के कोविड अस्पताल में लगेगा एलएमओ प्लांट

गुरु गोरक्षनाथ विश्वविद्यालय परिसर के आयुर्वेदिक कॉलेज में 200 बेड का डेडिकेटेड कोविड अस्पताल 26 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों शुरू होना प्रस्तावित है। अभी ऑक्सीजन सिलेंडर के जरिये वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है लेकिन अगले 15 दिन में यहां लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट तैयार कर लिया जाएगा। बड़हलगंज के राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के 100 बेडेड कोविड अस्पताल के लिए भी ऑक्सीजन प्लांट का कार्य चल रहा है। गोरखपुर में 15 जून तक एक दर्जन से अधिक स्थानों पर ऑक्सीजन प्लांट लगाने को लेकर जमीनी स्तर पर कार्य जारी है।

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