Mainpuri News: सरकारी खरीद केन्द्र पर किसानों के साथ हो रही खुली लूट

क्षेत्र के हर सरकारी खरीद केन्द्र पर किसानों के साथ खुली लूट की जा रही है।

Reporter :  Praveen Pandey
Published By :  Monika
Update:2021-06-09 21:26 IST

अनिरुद्ध दुबे (फोटो: सोशल मीडिया )

किशनी/मैनपुरी: क्षेत्र के हर सरकारी खरीद केन्द्र पर किसानों के साथ खुली लूट की जा रही है। प्रशासन भ्रष्टाचार में इतना अन्धा हो चुका है कि उसे पैसों की खनक और चमक के अलाबा कुछ दिखता ही नहीं है। उक्त वक्तव्य भारतीय किसान यूनियन किसान केजिला अध्यक्ष अनिरुद्ध दुबे ने तब कहीं जब वह किसानों की समस्या को लेकर एसडीएम से मिलने तहसील आये थे।

बुधवार को भा0कि0यू0(किसान) के जिलाध्यक्ष अनिरुद्ध दुबे अपने दर्जन भर पदाधिकारियों के साथ तहसील आये। उनका कहना था कि वह किसानों की समस्या को लेकर एसडीएम रामसकल मौर्य से मिलने आये हैं। एसडीएम के तहसील में मौजूद न होने पर उन्होंने मोबाइल द्वारा किसानों के बारे में अपनी बात एसडीएम के सम्मुख रखी। उन्होंने कहा कि तहसील में सिर्फ ही बाबू किसानों के कागजों के सत्यापन के लिए है। जबकि तहसील में किसानों की भीड कागजों के इंतजार में खडी है। उनका कहना था कि भीड कम करने के लिए बाबू का कोई विकल्प भी होना चाहिए। उन्होंने वहां मौजूद किसानों से बात की तो किसानों ने बताया कि खरीद केन्द्रों पर किसानों के गेहूं नहीं खरीदे जा रहे हैं। किसानों को तारीख दी जाती है और तारीख आने के बाद दूसरी तारीख दे दी जाती है। जबकि खरीद केन्द्र पर गेहूं की तुलाई लगातार चलती रहती है। जो किसान ज्यादा पीछे पडता है उसे बारदाना की कमी का बहाना बना कर टरका दिया जाता है।

भ्रष्टाचार के इस खेल में सभी लिप्त

खरीद केन्द्र बसैत, किशनी, ऊँचा इस्लामाबाद में बहुत ही बुरा हाल है। वहां पर पचास किलो पर चार सौ ग्राम गेहूं ज्यादा तौला जा रहा है। इस प्रकार एक कुंटल पर आठ सौ ग्राम गेहूं ज्यादा लिया जा रहा है। अनिरुद्ध दुबे ने कहा कि ऐसा लगता है कि भ्रष्टाचार के इस खेल में ऊपर से नीचे तक सभी लिप्त हैं। इसी कारण खबरें छपने के बाद भी अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। उन्होंने किसानों से कहा कि यदि आपके साथ इस प्रकार का अन्याय किया जा रहा है तो संगठित होकर एक साथ डीएम आवास की ओर कूच कर दो। वहीं पर आपका गेहूं तौला जायेगा। उन्होंने कहा कि डीएम साहब किसानों के साथ इतना भेदभाव किस लिए? उन्होंने चेतावनी दी कि प्रशासन अब किसानों के सब्र की परीक्षा न ले। इसके पहले किसान आन्दोलन की राह पकडे भ्रष्टाचारियों पर अंकुश लग जाना चाहिये। इस मौके पर उनके साथ रनवीर यादव, सुभाष यादव, डा0 शिवप्रपन्न तिवारी, शिवकुमार गुप्ता, उपेन्द्र तिवारी, पिन्कू सिकरवार, उमेश पाण्डेय, शम्भू चैहान, सोनू दुबे, योगेश शुक्ला आदि मौजूद थे।

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