तिलक समारोह में कोविड नियमों की उड़ी धज्जियां, बार-बालाओं संग जमकर नाचे लोग
बिना मास्क समारोह में शामिल हुए लोग, लाॅकडाउन नियमों का नहीं हुआ पालन
बाराबंकी। भारत में कोरोना वायरस चरम पर है और मौतों का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रही है, ऐसे में लोगों की लापरवाहियां हर रोज देखने को मिल रही हैं। बाराबंकी जनपद की कोतवाली फतेहपुर की पुलिस चैकी इसरौली से चंद दूरी पर स्थित दुधरा संददूपुर गाँव में तिलक समारोह में की गयी बड़ी लापरवाही सामने आयी है। बता दें कि कोविड नियमोें को ताख पर रख कर तिलक समारोह में मनोरंजन के लिए बारबालाओं को बुला कर अश्लील नृत्य करवाया गया। साथ ही समारोह में मिली छूट की भी अनदेखी की गयी।
गौरतलब है कि पूरे उत्तर प्रदेश में कोरोना को लेकर लाॅकडाउन लगाया गया है और प्रदेश सरकार ने लोगों को राहत देते हुए पहले से निश्चित शादी समारोह के आयोजन के लिए सीमित मेहमानों के साथ समारोह करने की छूट दे रखी है ताकि कोविड के नियमों का पालन हो सके। लेकिन इस छूट को न मानते हुए लोग शादी समारोह में भीड़ इकट्ठा कर रहे हंै। हद तो तब हो गयी जब कल एक तिलक समारोह में मनोरंजन के लिए बार बालाओं को बुला कर अश्लील नृत्य करवाया गया। जिससे कोविड नियमों की धज्जियां जम कर उडायीं। लागों में कोरोना वायरस जैसी भयंकर बिमारी का डर मात्र नहीं दिखा। लोग मदहोश होकर बारबालाओं के साथ नृत्य करते नजर आए। यह आयोजन पुलिस चैकी से चंद कदमों की दूरी पर ही हो रहा था और पुलिस इससे अनजान बनी रही ।
कोविड नियमों की उड़ी धज्जियां
तिलक समारोह में स्टेज पर फूहड़ और अश्लील नृत्य करती बारबालाएं, उनके साथ मदहोश होकर नृत्य करते और रुपयों की गड्डियाँ उड़ाते लोग दिखे। और ओर कोविड नियमों की उड़ती धज्जियाँ भी साफ दिखीं। मामला बाराबंकी जनपद की कोतवाली फतेहपुर की पुलिस चैकी इसरौली से चंद दूरी पर स्थित दुधरा संददूपुर गाँव का है, जहाँ के निवासी अंकित का कल तिलक समारोह था और सैकड़ों की संख्या में मेहमान बुलाये गए थे। सूत्रों के मुताबिक रात्रि में बारबालाओं के नृत्य का भी आयोजन रखा गया था। जिसका मनोरंजन करने के लिए बाहरी मेहमान भी थे और स्थानीय युवा भी। रात जैसे-जैसे चढ़ती गयी इन बारबालाओं का नृत्य अश्लीलता की सारी हदें पार करता गया और लोग साथ में नाचते रहे। ।इस आयोजन में कोविड नियमों को दरकिनार कर बगैर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के लोग दिखे। चंद दूरी पर स्थित पुलिस चैकी से एक सिपाही भी इसे रुकवाने नही आया और पूरी रात यह अश्लील नृत्य चलता रहा। जबकि कोरोना लाॅकडाउन में एक सीमित मेहमानों और एक नियत समय (रात नौ बजे) तक आयोजन समाप्त किये जाने का आदेश है मगर मदमस्त लोग यह भूल गए कि आदेश क्या है और कोरोना क्या है।