संभलः दलितों के उत्पीड़न की घटनाएं सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला संभल का है। यहां बुधवार को मंदिर के पुजारी ने दलित लड़की को पानी पीने से रोक दिया। उसके पिता ने विरोध जताया तो त्रिशूल से हमला कर दिया। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सरकार से आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुजारी ने जातिसूचक गालियां दी
गुन्नौर थाना इलाके के गंगुर्रा गांव में दलित चरन सिंह रहते हैं। वह खेत पर काम कर रहे थे। 13 साल की बेटी उनका हाथ बंटा रही थी। इसी बीच जबरदस्त गर्मी से उसे प्यास लगी। लड़की पास के ही डूंडा बाबा मंदिर में लगे नल पर पानी पीने गई। जहां नल को छूने पर पुजारी ने जातिसूचक गालियां दी और कहा कि तुमने मंदिर और नल को अपवित्र कर दिया है। नल छूने की हिम्मत कैसे हुई तुम्हारी।
विरोध करने पर पिता पर हमला
लड़की ने खेत पर लौटकर चरन सिंह को सारा वाकया बताया। इस पर चरन सिंह मंदिर गए और पुजारी से विरोध जताया। चरन सिंह के मुताबिक पुजारी ने इस पर अपने साथी के साथ मिलकर त्रिशूल से हमला कर दिया। त्रिशूल लगने से चरन सिंह घायल हो गए। उन्हें गुन्नौर के प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराना पड़ा। चरन सिंह ने पुलिस को जानकारी दी। जिसके बाद एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर पुजारी और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया गया है। गांव के दलित परिवार इस घटना से रोष में हैं।
दलित उत्पीड़न की एक और घटना यूपी में हुई है। मुजफ्फरनगर में एक दलित ने ग्राम प्रधान और उसके साथियों पर पीटने का आरोप लगाया है।
यूपी में पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं
यूपी में दलित उत्पीड़न की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। खासकर बुंदेलखंड इलाके में साल 2015 में कई घटनाएं सामने आई थीं। बुंदेलखंड में कभी हैंडपंप पर दबंग ताला लगा देते हैं और दलितों को पानी नहीं पीने देते। वहीं, कई बार दलित महिलाओं से बदसलूकी। पंचायत बुलाकर उनमें जूते मारने और यहां तक कि ऐसी भी घटना हुई कि नाई ने एक भोज के दौरान साथ बैठने पर दलित का सिर मूंड दिया।