दिल्ली विधानसभा चुनावः करोड़पति व आपराधिक छवि वालों के बीच अनपढ़ भी मैदान में
दिल्ली इलेक्शन वाच और एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में 70 विधानसभा क्षेत्रों में उतरे 672 प्रत्याशियों के स्वघोषित शपथ पत्रों का विश्लेषण किया है। इन 672 प्रत्याशियों में 210 नेशनल पार्टियों के हैं। 90 राज्य स्तरीय पार्टियों के हैं।
लखनऊ: दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार करोड़पति व आपराधिक छवि के प्रत्याशियों के बीच 16 अनपढ़ प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में डटे हुए हैं। दिल्ली इलेक्शन वाच की रिपोर्ट के अनुसार 340 (51%) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5 वीं और 12 वीं के बीच होने की घोषणा की है, जबकि 298 (44%) उम्मीदवारों ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षणिक योग्यता होने की घोषणा की है। 12 उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं और 6 उम्मीदवार साक्षर हैं। 16 उम्मीदवार हैं जो अनपढ़ हैं।
दिल्ली इलेक्शन वाच
दिल्ली इलेक्शन वाच और एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में 70 विधानसभा क्षेत्रों में उतरे 672 प्रत्याशियों के स्वघोषित शपथ पत्रों का विश्लेषण किया है। इन 672 प्रत्याशियों में 210 नेशनल पार्टियों के हैं। 90 राज्य स्तरीय पार्टियों के हैं। 224 प्रत्याशी गैर मान्यता प्राप्त दलों से हैं जबकि 148 प्रत्याशी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। इस साल 96 राजनीतिक दल चुनाव लड़ रहे हैं जबकि 2015 में 71 राजनीतिक दलों ने चुनाव लड़ा था।
आपराधिक छवि
आपराधिक मामलों वाले प्रत्याशी
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 672 प्रत्य़ाशियों में से 133(20%) प्रत्याशियों ने अपने ऊपर आपराधिक मामलों की घोषणा की है। 2015 में 673 प्रत्याशियों में से 114(17%) ने अपने ऊपर आपराधिक मामलों की घोषणा की थी।
गंभीर आपराधिक मामलों वाले प्रत्याशी : दिल्ली विधानसभा चुनाव में 104(15%) प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये हैं। 2015 में 74(11%) प्रत्याशियों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये थे।
दलगत आधार पर गंभीर आपराधिक मामलों के प्रत्याशी
प्रमुख दलों में आप के 70 प्रत्याशियों में 36(51%), भाजपा से 67 प्रत्याशियों में 17(25%), कांग्रेस के 66 प्रत्याशियों में 13(20%), बसपा के 66 प्रत्याशियों में से 10 (15%), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पांच में से 2(40%) ने अपने विरुद्ध गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है।
32 प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ महिलाओं से संबंधित अपराधों की घोषणा की है। जबकि इनमें से एक ने अपने खिलाफ बलात्कार के मामले की घोषणा की है। चार प्रत्याशियों ने हत्या के प्रयास के मामले घोषित किये हैं। जबकि 20 प्रत्याशियों को सजा सुनाई जा चुकी है। आठ प्रत्याशियों पर हेट स्पीच के मामले हैं।
अति संवेदनशील विधानसभा क्षेत्र
70 विधानसभा क्षेत्रों में 25(36%) अति संवेदनशील विधानसभा क्षेत्र घोषित किये गये हैं। अति संवेदनशील विधानसभा क्षेत्र उन्हें कहा जाता है जहां तीन या उससे अधिक आपराधिक मामलों वाले प्रत्याशी मैदान में होते हैं। 672 प्रत्याशियों में से 243(36%) करोड़पति हैं जबकि 2015 में 673 प्रत्याशियों में 230 (34%) करोड़पति थे।
दलगत आधार पर देखा जाए तो प्रमुख दलों में कांग्रेस के 66 प्रत्याशियों में 55(83%), आप के 70 प्रत्याशियों में 51(73%), भाजपा का 67 प्रत्याशियों में 47(70%), बसपा के 66 प्रत्याशियों में 13 (20%) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पांच में से 3(60%) प्रत्याशियों ने अपनी आय एक करोड़ से अधिक घोषित की है।
इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 4.34 करोड़ है जबकि 2015 में 673 प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 3.32 करोड़ थी।
दलगत आधार पर आप के 70 प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 15.25 करोड़ है, 66 कांग्रेस प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 11.68 करोड़, 67 भाजपा प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 10.22 करोड़, 66 बसपा प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 62.67 लाख, 5 राष्ट्रवादी कांग्रेस प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 2.14 करोड़ और 148 निर्दल प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 80.90 लाख है।
अन्य पृष्ठभूमि विवरण
उम्मीदवारों की आयु विवरण: 441 (66%) उम्मीदवारों ने अपनी उम्र 25 से 50 वर्ष के बीच घोषित की है जबकि 212 (32%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 51 से 70 वर्ष के बीच होने की घोषणा की है। 11 (2%) उम्मीदवार हैं, जिन्होंने अपनी आयु 71 से 80 वर्ष के बीच होने की घोषणा की है