VIRAL: राहुल गांधी को जैकेट परचेज़ करने के लिए जारी 700 का डिमांड ड्राफ्ट

मीडिया पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर कभी पोस्टर वार तो कभी उन्हें कुर्ता सिलवाने के लिये डिमांड ड्राफ्ट भेजने का एक न एक मामला सुर्ख़ियों में ज़रूर बना रहता है। अब ताज़ा मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे 700 रूपए के एक डिमांड ड्राफ्ट का है।

Update: 2018-02-11 04:19 GMT

अमेठी: मीडिया पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर कभी पोस्टर वार तो कभी उन्हें कुर्ता सिलवाने के लिये डिमांड ड्राफ्ट भेजने का एक न एक मामला सुर्ख़ियों में ज़रूर बना रहता है। अब ताज़ा मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे 700 रूपए के एक डिमांड ड्राफ्ट का है। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी के नाम जारी ये चेक उन्हें जैकेट परचेज़ करने के लिये भेजा गया है।

जानकारी के अनुसार राहुल गांधीके संसदीय क्षेत्र अमेठी में शनिवार देर रात से वायरल डिमांड ड्राफ्ट ने सियासी ऊफान खड़ा कर दिया। वायरल डिमांड ड्राफ्ट सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की गाजिबाद के एम.एम.एच. कालेज ब्रांच का है और 9 फ़रवरी 2018 को जारी हुआ है। जिसका

डिमांड ड्राफ्ट न. 073535 है। जो राहुल गांधी के नाम एकाउंट पेई है।

17 जनवरी 2017 को भेजा गया था 100 रूपए का एक डिमांड ड्राफ्ट

वैसे अमेठी में सियासत को गर्म करने वाले इस ड्राफ्ट की हक़ीक़त बस बैंक के नाम और एड्रेस से खुल गई है, कयास लगाया जा रहा है कि वायरल उक्त ड्राफ्ट एक प्राइवेट कम्पनी में जाब करने वाले गाजियाबाद निवासी मुकेश मित्तल द्वारा भेजा गया है। दरअसल पिछले वर्ष 17 जनवरी 2017 को भी मुकेश ने इसी बैंक की इसी शाखा से 100 रूपए का एक डिमांड ड्राफ्ट बनवाकर राहुल गांधी को भेजा था।

उन्होंंने ऐसा इसलिये किया था के इस क़दम उठाने से दो दिन पहले राहुल गांधी ने उत्तराखंड के ऋषिकेश में प्रधानमंत्री मोदी के कपड़ों पर तंज कसते हुए अपना फटा कुर्ता जनता को दिखाया था। मुकेश मित्तल ने आम नागरिक की तरह राहुल गांधी के नाम चिट्ठी लिखी और फटा कुर्ता सिलवाने के लिए 100 रुपए डिमांड ड्राफ्ट भेजा था।

उस वक़्त मुकेश कुमार मित्तल ने कहा था कि राहुल गांधी की दादी और पिता ने देश के लिए बलिदान दिया था और वो एक राष्ट्रीय पार्टी के उपाध्यक्ष है। ऐसे में उन्होंने अपना फटा हुआ कुर्ता पूरे देश को दिखाया, जिससे उन्हें पीड़ा हुई, इसलिए उन्होंने 100 रुपए का डिमांड ड्राफ्ट भेजा था।

राहुल के दौरे पर लगे थे विवादित पोस्टर

आपको बता दें कि हाल ही में जनवरी 2018 में पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद यहां अपने संसदीय क्षेत्र के दौर से ठीक एक दिन पहले दीवारों पर चस्पा पोस्टरों पर उन्हें राम का रूप दिया गया था, वही दूसरे दिन इसके जवाब में लापता सांसद का स्वागत है स्लोगन के पोस्टर यहां लगे थे।

अगस्त 2017 में लगे थे लापता होने के पोस्टर

पिछले साल अगस्त महीने में भी राहुल के खिलाफ़ इसी तरह के पोस्टर लगे थे। अमेठी संसदीय क्षेत्र में जगह-जगह लगे इन पोस्टरों में राहुल गांधी को ढूंढ़कर लाने वाले को गिफ्ट देने की घोषणा की गई थी।

पोस्टर को जारी करने वाले की जगह पर अमेठी की जनता लिखा था। अमेठी के जिला कांग्रेस कार्यालय के सामने लगाए गए इस पोस्टर में लिखा था कि "माननीय सांसद श्री राहुल गांधी अमेठी से लापता हैं, जिसके कारण सांसद द्वारा कराए जाने वाले विकास कार्य इनके कार्यकाल में ठप हैं।” पोस्टर में लिखा था "राहुल गांधी के व्यवहार से अमेठी की आम जनता ठगा हुआ और अपमानित महसूस कर रही है। अमेठी में इनकी जानकारी देने वालों को उचित पुरस्कार दिया जाएगा।"

कांग्रेस अध्यक्ष बोले विरोंधियों की है साजिश

वैसे डिमांड ड्राफ्ट के मामले पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा ने कहा कि फिलहाल अभी तक वायरल ड्राफ्ट को उन्होंंने अपनी आंखों से नहीं देखा है, उन्हें मीडिया के माध्यम से जानकारी हो रही है। और अगर ऐसा किसी ने किया है तो ये हमारे विरोंधियों की साजिश है और वो गुजरात के बाद से हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष को हज़म नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन 2019 में देश की जनता ऐसे विरोंधियों को जवाब देगी।

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