Dengue: डेंगू का कहर बढ़ा, यूपी के सभी अस्पतालों में आईसीयू के बेड फुल

Dengue: बारिश के खत्म होने के बाद इस त्योहारी सीजन में अचानक डेंगू के मामलों में जोरदार इजाफा देखा जा रहा है।

Update:2022-10-22 15:22 IST

सोनभद्र में डेंगू का बढ़ा कहर। (Social Media)

Dengue: कोरोना के नए वेरिएंट के मिलने की खबरों के बीच डेंगू ने लोगों के सामने नई चुनौती पैदा कर दी है। बारिश के खत्म होने के बाद इस त्योहारी सीजन में अचानक डेंगू के मामलों में जोरदार इजाफा देखा जा रहा है। बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को भी इस मच्छर के संपर्क में आने के कारण पॉपुलर टीवी शो बिग बॉस को बीच में छोड़ना पड़ा। उत्तर प्रदेश में तो डेंगू कहर बरपा रहा है। प्रदेश के सरकारी और निजी अस्पतालों के आईसीयू बेड इन दिनों भरे पड़े हैं। बिहार, बंगाल, एमपी, छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्य भी डेंगू के आतंक से परेशान हैं।

यूपी में डेंगू का कहर

उत्तर प्रदेश में डेंगू के कारण हालात काफी खराब हो रहे हैं। पिछले 15 दिनों में बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यूपी के बड़े शहरों मसलन लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, आगरा और नोएडा जैसे शहरों में अधिक मामले सामने आ रहे हैं। नोएडा में आज डेंगू से पीड़ित 38 वर्षीय व्यक्ति ने दम तोड़ दिया। बुखार से तप रहे मरीजों को घंटों ओपीडी में डॉक्टर की सलाह और दवा के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। न केवल सरकारी अस्पताल बल्कि निजी अस्पतालों में भी गंभीर मरीजों को आईसीयू के बेड नहीं मिल पा रहे हैं। प्रदेश में हालात कुछ–कुछ कोरोनाकाल की तरह बनते जा रहे हैं।

शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में डेंगू के 32 मामले सामने आए। डेंगू के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रदेश सरकार भी एक्शन में है। यूपी के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य अधिकारियों से बुखार की शिकायत करने वाले रोगियों को संभालने के लिए समर्पित डेस्क स्थापित करने को कहा। बकौल पाठक "बुखार के मामलों को अलग से देखा जाना चाहिए। ऐसे मरीजों को लंबी कतारों में नहीं लगना चाहिए।" मंत्री ने अधिकारियों को बुखार के मामलों के लिए आसान पंजीकरण और जांच की सुविधा प्रदान करने और ऐसे रोगियों को जरूरत के अनुसार सात से 15 दिनों की दवाएं उपलब्ध कराने को कहा।

उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में पिछले साल की तुलना में इस साल डेंगू के मामले कम दर्ज किए जा रहे हैं। अस्पतालों में डेंगू के मामलों के लिए बिस्तर आरक्षित हैं। डिप्टी सीएम सह स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों से मच्छर जनित इस बीमारी को रोकने के लिए हर जरूर कदम उठाने को कहा है।

बंगाल में भी संकट गहराया

पश्चिम बंगाल में डेंगू संक्रमितों का आंकड़ा 36,743 पर पहुंच गया है। पिछले एक सप्ताह में ही 6 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं। वहीं, पिछले दो दिनों में डेंगू से 5 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें दो मृतक राजधानी कोलकाता के हैं। कोलकाता और आसपास के जिलों में डेंगू के सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं। पश्चिम बंगाल में स्थिति कितनी चिंताजनक है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साल 2019 को पिछले 5 वर्षों में डेंगू प्रकोप वर्ष माना गया था। उस साल आए आंकड़े को अब तक राज्य पार कर चुका है।

नेपाल में भी हालत चिंताजनक

नेपाल में भी डेंगू के कारण हालत चिंताजनक हो चुके हैं। गुरूवार को नेपाली स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक, डेंगू संक्रमितों का आंकड़ा 42,504 पर पहुंच चुका है। अब तक 51 संक्रमित अपनी जान भी गंवा चुके हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डेंगू हर साल करीब 40 करोड़ से अधिक लोगों को संक्रमित करता है। 22 हजार लोग हर साल इस बीमारी की कारण अपनी जान गंवा बैठते हैं। ऐसे में एक छोटे से मच्छर की भूलकर भी अनदेखी नहीं करनी चाहिए। 

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